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Weather Update : इन राज्यों में आज गिरेगा आसमानी कहर, मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट

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Weather Update : भारत का मौसम इन दिनों हर पल नया रंग दिखा रहा है। दिल्ली-एनसीआर से लेकर दक्षिण भारत तक, हर कोने में मौसम ने अपनी करवट बदली है। कहीं सुहानी ठंडक लोगों को राहत दे रही है, तो कहीं आंधी-तूफान ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी के मुताबिक, अगले कुछ दिन बारिश, गरज और तेज हवाओं का दौर जारी रहेगा, लेकिन गर्मी भी जल्द अपनी दस्तक देने वाली है। आइए, मौसम के इस बदलते मूड को करीब से समझते हैं।

आंधी ने दी राहत, मगर बढ़ाई परेशानी

शुक्रवार की शाम को दिल्ली और आसपास के इलाकों में आई तेज आंधी ने गर्मी से तप रहे लोगों को तो राहत दी, लेकिन साथ ही कई मुश्किलें भी ला दी। तेज हवाओं ने पेड़ों को जड़ से उखाड़ दिया, जिससे सड़कों पर आवाजाही ठप हो गई। हवाई यात्रा भी इससे अछूती नहीं रही—सैकड़ों उड़ानें डायवर्ट करनी पड़ीं। दिल्ली-एनसीआर में अगले तीन दिन तक मौसम का यही हाल रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 16 अप्रैल के बाद गर्मी फिर से सताएगी, जब लू चलने की आशंका है।

उत्तर भारत में बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट

मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जबकि मध्य प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। इसका असर उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों पर भी पड़ रहा है। अगले कुछ दिनों तक पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से भारी बारिश हो सकती है। खासकर उत्तराखंड और हिमाचल में ओलावृष्टि की संभावना ने किसानों और स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ा दी है।

पूर्वोत्तर और दक्षिण में भारी बारिश की चेतावनी

देश के पूर्वोत्तर और दक्षिणी राज्यों में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, सिक्किम और दार्जिलिंग में 14-15 अप्रैल तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। दक्षिण में केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में प्री-मानसून बारिश का दौर शुरू हो चुका है। केरल में अगले छह दिनों तक बारिश की संभावना है, जो स्थानीय लोगों के लिए राहत और चुनौती दोनों लेकर आएगी। मध्य भारत के राज्य जैसे मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा भी हल्की बारिश के साये में रहेंगे।

मौसम का असर 

मौसम की इस अनिश्चितता का असर आम जनजीवन पर साफ दिख रहा है। बारिश और ठंडक ने जहां गर्मी से राहत दी है, वहीं सड़कों पर पेड़ गिरने और उड़ानें रद्द होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। खेती-किसानी पर भी इसका असर पड़ सकता है, खासकर उन इलाकों में जहां ओलावृष्टि की आशंका है। मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की अपील की है।

क्या करें, कैसे रहें तैयार?

ऐसे बदलते मौसम में सावधानी ही सबसे बड़ा हथियार है। घर से बाहर निकलते वक्त छाता या रेनकोट साथ रखें। अगर आप पहाड़ी इलाकों में हैं, तो ओलावृष्टि और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए सतर्क रहें। मौसम की ताजा जानकारी के लिए मौसम विभाग की वेबसाइट या ऐप का सहारा लें। गर्मी की वापसी को देखते हुए पर्याप्त पानी पीना और खुद को हाइड्रेटेड रखना भी जरूरी है।

मौसम हमें क्या सिखाता है?

मौसम का यह बदलता रंग हमें प्रकृति के साथ तालमेल बिठाने की सीख देता है। बारिश की बूंदें हों या गर्मी की तपिश, हर मौसम अपने साथ कुछ नया लाता है। यह समय है कि हम मौसम की मार झेलने के बजाय उसका आनंद लें और उससे सामंजस्य बैठाएं। चाहे दिल्ली की सड़कों पर ठंडी हवा हो या केरल की बारिश, हर मौसम की अपनी खूबसूरती है।

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