Mathura Animal Cruelty : मथुरा की पावन धरती, जहां भगवान श्रीकृष्ण की लीलाएं गूंजती हैं, वहां एक ऐसी घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया, जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। गोवर्धन क्षेत्र के गोविंद कुंड के पास एक विदेशी नागरिक ने क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए दो दर्जन से अधिक बंदरों को एयरगन से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया।
यह दिल दहला देने वाला कृत्य उस समय सामने आया, जब श्रद्धालु और स्थानीय लोग सुबह की सैर और पूजा-अर्चना के लिए कुंड के पास पहुंचे। वहां का मंजर देखकर हर कोई स्तब्ध रह गया—निर्दोष बंदरों की लाशें बिखरी पड़ी थीं, जिन्हें लोग भगवान हनुमान का प्रतीक मानते हैं।
स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृत बंदरों के शवों को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जांच में पता चला कि बंदरों के शरीर पर एयरगन की गोलियों के निशान थे, जो उनकी मौत का कारण बने। पुलिस ने बताया कि आरोपी विदेशी नागरिक कुछ समय से गोवर्धन के जानकी दास आश्रम में रह रहा था। यहीं से उसने इस घृणित अपराध को अंजाम दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मथुरा के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) त्रिगुण बिसेन ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। लेकिन इस घटना ने मथुरा के लोगों के दिलों में गहरा आघात पहुंचाया है। स्थानीय निवासियों और श्रद्धालुओं में गुस्सा और दुख का माहौल है।
कई लोग बंदरों को हनुमान जी का स्वरूप मानकर उनकी पूजा करते हैं, और उनके साथ ऐसी बर्बरता ने सभी को विचलित कर दिया है। लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आरोपी को कठोर से कठोर सजा दी जाए, ताकि भविष्य में कोई ऐसा अमानवीय कृत्य करने की हिम्मत न करे।
यह घटना केवल मथुरा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमें सोचने पर मजबूर करती है कि आखिर इंसान की संवेदनशीलता कहां खो रही है। मथुरा जैसे धार्मिक स्थल, जहां प्रेम और करुणा का संदेश गूंजता है, वहां ऐसी घटनाएं न केवल दुखद हैं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी हैं। स्थानीय संगठनों और पशु प्रेमियों ने भी इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उम्मीद है कि प्रशासन इस मामले में न्याय सुनिश्चित करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएगा।