उत्तरकाशी: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। बड़कोट नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष विनोद डोभाल और उनके साथी अंकित रमोला को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों पर प्रवीण रावत नाम के व्यक्ति को जान से मारने की धमकी देने का गंभीर आरोप लगा है। यह घटना मंगलवार, 25 फरवरी की शाम को हुई, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
क्या है पूरा मामला?
बड़कोट थानाध्यक्ष दीपक कठैत ने बताया कि मंगलवार देर रात यह विवाद शुरू हुआ। जानकारी के मुताबिक, विनोद डोभाल और अंकित रमोला ने प्रवीण रावत की गाड़ी को टक्कर मार दी, जिसके बाद दोनों पक्षों में तीखी बहस हुई। प्रवीण ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि नगर पालिका अध्यक्ष और उनके साथी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी है।
पुलिस की कार्रवाई और कोर्ट का फैसला
प्रवीण रावत की तहरीर के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएसएन) की धारा 109 के तहत मुकदमा दर्ज किया। इसके बाद विनोद डोभाल और अंकित रमोला को गिरफ्तार कर लिया गया। बुधवार को दोनों आरोपियों को पुरोला में न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां से कोर्ट ने उन्हें 10 दिनों की जेल की सजा सुनाई। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखा जा रहा है।
कौन हैं विनोद डोभाल?
विनोद डोभाल हाल ही में हुए नगर निकाय चुनाव में बड़कोट नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष बने थे। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा और शानदार जीत हासिल की। उनके परिवार का राजनीति में भी दबदबा है। उनके भाई संजय डोभाल यमुनोत्री विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक हैं, जबकि उनकी बहन नीलम बिजल्वाण टिहरी जिले की मुनी की रेती नगर पालिका की अध्यक्ष हैं। इस घटना ने उनके राजनीतिक करियर पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह मामला उत्तरकाशी में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग इस घटना पर अपनी-अपनी राय रख रहे हैं, और आने वाले दिनों में इसकी जांच से कई नए खुलासे हो सकते हैं।