अगर आप पर्सनल लोन (Personal Loan) नहीं चुकाते हैं तो इसका सबसे पहला असर आपके सिबिल स्कोर पर पड़ता है। सिबिल स्कोर (Personal Loan Cibil Score) बैंकिंग क्षेत्र में आपकी क्रेडिट योग्याता को दर्शाता है। जब यह स्कोर गिरता है तो भविष्य में किसी भी तरह का लोन लेना मुश्किल हो सकता है।
बैंक ले सकता है कड़े कदम
पर्सनल लोन (Personal Loan) एक अनसिक्योर्ड लोन होता है, यानी इसमें कोई गारंटी नहीं रखी जाती। लेकिन अगर आप इसे चुकाने में असमर्थ होते हैं तो बैंक कई तरीके से लोन रिकवरी कर सकता है। बैंक आपके खिलाफ सिविल मुकदमा दर्ज कर सकता है या रिकवरी एजेंट भेज सकता है।
कोर्ट में हो सकती है कानूनी कार्रवाई
अगर आप लंबे समय तक लोन नहीं चुकाते हैं, तो बैंक आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकता है। बैंक अदालत में केस दर्ज कर सकता है और कोर्ट आपके खिलाफ फैसला सुनाकर आपकी संपत्ति जब्त करने का आदेश दे सकता है। यह आपकी वित्तीय स्थिति को और खराब कर सकता है।
रिकवरी एजेंट कर सकते हैं परेशान
बैंक लोन रिकवरी के लिए रिकवरी एजेंट्स को भी भेज सकता है। ये एजेंट आपको कॉल कर सकते हैं, बार-बार घर आ सकते हैं और आपको मानसिक रूप से परेशान कर सकते हैं। इससे आपकी सामाजिक छवि भी प्रभावित हो सकती है।
क्या हो सकता है समाधान?
अगर आप लोन चुकाने में असमर्थ हैं, तो आपको बैंक से बात करनी चाहिए। बैंक से पुनर्भुगतान के लिए नई योजनाएं बनवाई जा सकती हैं, जिससे आप लोन चुका सकें और कानूनी कार्रवाई से बच सकें।
पर्सनल लोन लेना जितना आसान है, उतना ही जरूरी इसे समय पर चुकाना भी है। लोन डिफॉल्ट करने पर आपका सिबिल स्कोर खराब हो सकता है, बैंक कानूनी कार्रवाई कर सकता है और आपकी संपत्ति जब्त की जा सकती है। इसलिए हमेशा सही वित्तीय योजना बनाएं और लोन का भुगतान समय पर करें।