Vastu Tips: वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए सही वस्तुओं का होना बेहद जरूरी है। चांदी से बनी मूर्तियां विशेष रूप से शुभ मानी जाती हैं। ये न सिर्फ घर की शोभा बढ़ाती हैं बल्कि नकारात्मक ऊर्जा और काले जादू से भी रक्षा करती हैं।
काले जादू और नेगेटिव एनर्जी से बचाव में मददगार
कई बार हमें लगता है कि हमारे घर में सब कुछ ठीक होते हुए भी कुछ नकारात्मकता बनी रहती है। इसका कारण घर में उपस्थित नकारात्मक ऊर्जा हो सकती है।
चांदी की मूर्ति को सही दिशा में रखने से यह ऊर्जा समाप्त हो जाती है। यह मूर्ति एक ढाल की तरह काम करती है और काले जादू का असर भी खत्म करती है।
कहां रखें चांदी की मूर्ति?
चांदी की मूर्ति को घर के पूजा स्थल में रखना सबसे उचित माना जाता है। इसे उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रखने से शुभ फल प्राप्त होते हैं। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को प्रबल बनाती है।
कौन-सी चांदी की मूर्ति है सबसे शुभ?
यदि आप घर में चांदी की मूर्ति रखना चाहते हैं तो गणेश जी, लक्ष्मी जी या हनुमान जी की मूर्ति सबसे शुभ मानी जाती है। ये देवता समृद्धि, शांति और सुरक्षा का प्रतीक हैं। इनकी मूर्ति घर में सकारात्मकता का संचार करती है।
ध्यान रखने योग्य बातें
मूर्ति को नियमित रूप से साफ करें ताकि उस पर धूल जमा न हो।
पूजा के समय मूर्ति को धूप या अगरबत्ती दिखाना न भूलें।
मूर्ति को टूटी हुई स्थिति में न रखें। अगर मूर्ति टूट जाए तो उसे तुरंत बदल दें।
आध्यात्मिक और मनोवैज्ञानिक लाभ
चांदी की मूर्ति घर में रखने से न केवल वास्तु दोष समाप्त होते हैं बल्कि मन की शांति भी प्राप्त होती है। यह मन को स्थिरता प्रदान करती है और चिंता को दूर करती है।