आज के दौर में हर कोई अपनी बचत पर अधिकतम ब्याज पाना चाहता है। सेविंग अकाउंट (Saving Account) में ब्याज दरें 3 से 6 फीसदी के बीच होती हैं, जो कई लोगों के लिए पर्याप्त नहीं होती। ऐसे में बैंक की ऑटो-स्वीप फैसिलिटी (Auto-sweep Facility) एक शानदार विकल्प हो सकता है, जिससे ग्राहक अपनी जमा राशि पर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) जैसा ब्याज कमा सकते हैं। आइए जानते हैं इस फैसिलिटी की पूरी जानकारी।
ऑटो-स्वीप फैसिलिटी क्या है?
ऑटो-स्वीप फैसिलिटी (Auto-sweep Facility) के तहत बैंक ग्राहक के सेविंग अकाउंट में एक तय सीमा से अधिक जमा राशि को ऑटोमेटिक रूप से स्वीप-इन डिपॉजिट (Sweep-in Deposit) में ट्रांसफर कर देता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने इस सुविधा के लिए 10,000 रुपये की सीमा तय की है और आपका बैलेंस 15,000 रुपये हो जाता है, तो अतिरिक्त 5,000 रुपये ऑटोमेटिक रूप से स्वीप-इन डिपॉजिट में चला जाएगा। इस पर फिक्स्ड डिपॉजिट की दर से ब्याज मिलेगा।
हर बैंक में स्वीप-इन डिपॉजिट की अवधि (Tenure) अलग-अलग होती है। कुछ बैंकों में यह 1 साल की होती है, जबकि कुछ में यह 5 साल तक हो सकती है। इसी तरह, हर बैंक इस सुविधा के लिए अलग-अलग ब्याज दर भी प्रदान करता है।
किन बैंकों में क्या है इस सुविधा का नाम?
अलग-अलग बैंकों में ऑटो-स्वीप फैसिलिटी के लिए अलग नाम होते हैं। कुछ प्रमुख बैंकों में यह सुविधा इस प्रकार उपलब्ध है:
- SBI: State Bank of India Savings Plus Account
- HDFC Bank: Sweep-in Fixed Deposit
- ICICI Bank: Flexi Deposit
हर बैंक में इसकी शर्तें अलग होती हैं, इसलिए इसे एक्टिवेट करने से पहले बैंक से जानकारी जरूर लें।
ऑटो-स्वीप फैसिलिटी कौन ले सकता है?
यह सुविधा सभी बैंक ग्राहकों को नहीं दी जाती। इसके लिए कुछ शर्तें होती हैं:
- न्यूनतम एफडी राशि: कई बैंकों में इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहक को कम से कम ₹25,000 की एफडी खोलनी होती है।
- बैंक की पात्रता शर्तें: हर बैंक के अपने नियम होते हैं, इसलिए आवेदन से पहले बैंक की शर्तों को अच्छी तरह पढ़ लें।
ऑटो-स्वीप फैसिलिटी के फायदे
- सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज: इस फैसिलिटी में सेविंग अकाउंट की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलता है, जिससे आपकी बचत तेजी से बढ़ती है।
- इमरजेंसी फंड: जरूरत पड़ने पर आप स्वीप-इन डिपॉजिट से पैसे निकाल सकते हैं, जिससे यह एक अच्छा इमरजेंसी फंड भी बन सकता है।
- कोई पेनल्टी नहीं: स्वीप-इन डिपॉजिट से पैसे निकालने पर आमतौर पर कोई पेनल्टी नहीं लगती।
- लिक्विडिटी: आपका पैसा लॉक नहीं होता, और जरूरत पड़ने पर आप इसे आसानी से निकाल सकते हैं।
इस फैसिलिटी का उपयोग करने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
- ब्याज दर की तुलना करें: सभी बैंकों की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं, इसलिए फैसिलिटी शुरू करने से पहले तुलना करें।
- नियम और शर्तें पढ़ें: बैंक की सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ें ताकि बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
- न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें: यह सुविधा उन ग्राहकों के लिए फायदेमंद होती है जो अपने सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस रखना पसंद करते हैं।
ऑटो-स्वीप फैसिलिटी (Auto-sweep Facility) उन ग्राहकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो अपनी बचत से अधिकतम ब्याज कमाना चाहते हैं। यह एफडी जैसी ब्याज दर प्रदान करता है और साथ ही पैसे की लिक्विडिटी भी बनी रहती है। यदि आप भी अपने सेविंग अकाउंट से ज्यादा ब्याज कमाना चाहते हैं, तो अपने बैंक से इस सुविधा के बारे में जानकारी लेकर इसे एक्टिवेट करा सकते हैं।