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Roorkee : विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर गोलियों की बरसात, अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार

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रुड़की : हरिद्वार जिले में पिछले कुछ महीनों से चर्चा में बना एक हाई-प्रोफाइल मामला अब फिर से सुर्खियों में है। खानपुर विधायक उमेश कुमार के कार्यालय पर हुई फायरिंग की घटना ने न सिर्फ स्थानीय लोगों को चौंकाया, बल्कि पूरे राज्य में सनसनी फैला दी थी। बीती 26 जनवरी को पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन अपने समर्थकों के साथ विधायक उमेश कुमार के रुड़की स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे थे।

वहां अचानक गोलियां चलीं और हंगामा मच गया। इस घटना के बाद से पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी थी, और अब इस मामले में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है।

चार नए आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

पुलिस ने फायरिंग मामले में वांछित चार और आरोपियों को धर दबोचा है। गिरफ्तार किए गए लोगों में मुर्सलिन, मांगेराम, राव फुरकान और ईरफान शामिल हैं, जो हरिद्वार और आसपास के इलाकों के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक, इनके पास से एक राइफल और कारतूस भी बरामद किए गए हैं। इससे पहले इस मामले में आठ अन्य आरोपी जेल की सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं। हरिद्वार पुलिस अब बाकी फरार संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है। यह कार्रवाई न सिर्फ कानून-व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है, बल्कि आम लोगों में भरोसा भी जगाती है।

आखिर क्या है पूरा विवाद?

इस घटना की जड़ें फरवरी महीने में शुरू हुए एक सोशल मीडिया विवाद में छिपी हैं। खानपुर से निर्दलीय विधायक उमेश कुमार और पूर्व विधायक चैंपियन के बीच पहले ऑनलाइन तीखी नोकझोंक हुई थी। बात इतनी बढ़ गई कि उमेश कुमार चैंपियन के लंढौरा स्थित महल तक जा पहुंचे। जवाब में चैंपियन ने अपने समर्थकों के साथ 26 जनवरी को उमेश के कार्यालय पर धावा बोल दिया।

वहां न सिर्फ गोलियां चलाई गईं, बल्कि समर्थकों के बीच जमकर मारपीट भी हुई। इस घटना ने दोनों पक्षों के बीच दुश्मनी को और गहरा कर दिया। पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए दोनों तरफ से केस दर्ज किया और चैंपियन समेत कई लोगों को हिरासत में लिया।

आगे क्या?

हरिद्वार की इस घटना ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है। लोग यह जानना चाहते हैं कि आखिर यह विवाद कहां तक जाएगा और क्या इससे इलाके की शांति प्रभावित होगी। पुलिस का कहना है कि जांच अभी जारी है और जल्द ही सभी दोषियों को सजा दिलाई जाएगी। इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि नेताओं के बीच निजी दुश्मनी का असर आम जनता पर क्यों पड़ना चाहिए।

अगर आप इस घटना के बारे में और जानना चाहते हैं या हरिद्वार की ताजा खबरों से अपडेट रहना चाहते हैं, तो हमारे साथ बने रहें। यह खबर आपके लिए विश्वसनीय और ताजा जानकारी लेकर आई है, ताकि आप हर पहलू से वाकिफ हो सकें।

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