उत्तरकाशी : उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री हाईवे पर भैरोघाटी-धराली के बीच एक बार फिर प्रकृति ने अपना रौद्र रूप दिखाया है। किमी 15 चांग थांग के पास जांगला पुल से कुछ ही दूरी पर मंगलवार को हिमस्खलन (avalanche) हुआ। यह जगह धराली और हर्षिल से 8-10 किमी आगे है।
बीआरओ कमांडर विवेक श्रीवास्तव ने बताया कि हिमस्खलन की घटना धराली से आगे किमी 15 पर हुई, लेकिन राहत की बात यह है कि इससे कोई नुकसान नहीं हुआ। फिर भी, बर्फबारी और हिमस्खलन ने इलाके में लोगों की सांसें थाम दी हैं।
प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। ऊंचाई वाले इलाकों में भारी बर्फबारी (snowfall) और निचले क्षेत्रों में बारिश (rain) ने जनजीवन को प्रभावित किया है। सोनगाड से गंगोत्री तक रास्ते बर्फ से ढक गए हैं, जिससे आवागमन ठप हो गया। बीआरओ-1442 बीसीसी ने सोनगाड से सुक्की टॉप तक सड़क को केवल नॉन-स्किड चेन वाले वाहनों के लिए खोला है।
सुक्की टॉप पर एक जूनियर इंजीनियर बर्फ हटाने के काम पर नजर रखे हुए हैं, जबकि दो जेसीबी मशीनें सोनगाड से सुक्की टॉप तक लगातार काम कर रही हैं। हिमस्खलन से निपटने के लिए डबरानी में एक एक्स 205 इक्वेटर तैनात किया गया है। इसके अलावा, जिले के 10 ग्रामीण मोटर मार्ग भी बंद पड़े हैं।
बीआरओ-72 की टीम सुक्की टॉप से झाला तक दो जेसीबी और पीडब्लूडी भटवाड़ी की एक जेसीबी के साथ बर्फ हटाने में जुटी है। बर्फबारी अभी थमने का नाम नहीं ले रही, लेकिन सड़कों को खोलने का प्रयास भी तेजी से चल रहा है। मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में हल्की बारिश की संभावना जताई है, साथ ही उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में तेज गर्जन के साथ येलो अलर्ट जारी किया है।
अच्छी खबर यह है कि 5 मार्च से मौसम शुष्क हो जाएगा और चटक धूप खिलने से तापमान में बढ़ोतरी होगी।
चमोली जिले में अगले 24 घंटों के लिए ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमस्खलन की चेतावनी जारी की गई है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) चंडीगढ़ ने कहा कि 2500 मीटर से ऊंचे इलाकों में खतरा मंडरा रहा है। रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के ऊंचे इलाकों में भी ऐसा ही अलर्ट है। जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने अधिकारियों को सतर्क रहने और बर्फबारी वाले क्षेत्रों में आवाजाही रोकने के निर्देश दिए हैं।