ऋषिकेश : ऋषिकेश में आज सुबह एक दर्दनाक हादसा उस वक्त सामने आया, जब रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी कर रहे टीटी (ट्रैवलिंग टिकट एग्जामिनर) सरीन कुमार की जिंदगी एक पल में बदल गई। दरअसल, मंगलवार को ऋषिकेश से हरिद्वार जा रही पैसेंजर ट्रेन में चढ़ते समय उनका पैर अचानक फिसल गया।
यह हादसा इतना भयानक था कि सरीन कुमार ट्रेन और प्लेटफॉर्म के बीच फंस गए। देखते ही देखते ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली, और स्टेशन पर मौजूद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। क्या कोई सोच सकता है कि रोजमर्रा की ड्यूटी के दौरान ऐसा कुछ हो सकता है? लेकिन उस पल में स्टेशन मास्टर की सूझबूझ काम आई और ट्रेन को तुरंत रोक दिया गया। फिर भी, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
सरीन कुमार को तत्काल बाहर निकाला गया, लेकिन उनकी हालत देखकर हर कोई सन्न रह गया। उनका पैर बुरी तरह कुचल गया था, और सिर पर भी गहरी चोट लगी थी। रेलवे कर्मचारियों ने बिना वक्त गंवाए उन्हें एम्स के ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। वहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए कड़ा फैसला लिया।
कई घंटों की मशक्कत के बाद भी पैर को बचाना मुमकिन नहीं रहा, और आखिरकार सरीन का एक पैर काटना पड़ा। यह खबर सुनते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। परिजन तुरंत अस्पताल पहुंचे और अभी भी उनके साथ हैं, इस मुश्किल घड़ी में ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे हैं।
ऋषिकेश जीआरपी चौकी प्रभारी आनंद गिरी गोस्वामी ने इस घटना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि सुबह करीब 8 बजे यह हादसा हुआ, जब सरीन कुमार ट्रेन में चढ़ने की कोशिश कर रहे थे। गोस्वामी के मुताबिक, “हादसे के तुरंत बाद 108 एंबुलेंस की मदद से उन्हें एम्स भेजा गया।
उनकी हालत गंभीर थी, और अभी भी उनका इलाज चल रहा है।” यह सुनकर एक सवाल मन में उठता है कि आखिर ऐसी दुर्घटनाएं क्यों होती हैं? क्या रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त नहीं हैं? इस घटना ने न सिर्फ रेलवे कर्मचारियों के बीच चिंता पैदा की है, बल्कि आम यात्रियों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है।
फिलहाल, सरीन कुमार की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन उनके सामने अब एक लंबी चुनौती है। एक पैर गंवाने के बाद उनकी जिंदगी पहले जैसी नहीं रहेगी। रेलवे प्रशासन ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि हादसे की असल वजह क्या थी।
क्या यह महज एक दुर्भाग्यपूर्ण संयोग था, या फिर प्लेटफॉर्म और ट्रेन के बीच की खाई इसके लिए जिम्मेदार थी? आने वाले दिनों में जांच के नतीजे शायद कुछ साफ करें। लेकिन अभी के लिए, यह हादसा हर किसी के लिए एक सबक है कि सुरक्षा को कभी हल्के में नहीं लेना चाहिए।