देहरादून : उत्तराखंड विधानसभा में बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के विकास को लेकर सरकार की नीतियों और उपलब्धियों का विस्तारपूर्वक ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार अवस्थापना (इन्फ्रास्ट्रक्चर) विकास के लिए 14,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सरकार ने इस बजट में कई नई योजनाओं को शामिल किया है, जिससे राज्य के हर वर्ग को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि जमरानी, सौंग और लखवाड़ परियोजनाओं को स्वीकृति मिलना उत्तराखंड की जल-संरचना को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में चल रही ट्रिपल इंजन सरकार (केंद्र, राज्य और स्थानीय प्रशासन की समन्वित सरकार) ने जनता के लिए जो वादे किए हैं, उन्हें पूरा करने के लिए गंभीर प्रयास किए जा रहे हैं।
अगर हम झूठे सपने दिखाते तो ट्रिपल इंजन सरकार नहीं होती
बजट चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, “हम जनता को झूठे सपने नहीं दिखाते, अगर ऐसा होता तो उत्तराखंड में ट्रिपल इंजन की सरकार नहीं बनती। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार तीसरी बार केंद्र में आई, जो जनता के विश्वास को दर्शाता है।”
मुख्यमंत्री ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के कुछ नेता, जिन्होंने अपने कार्यकाल में खनन पट्टे बांटे थे, आज भ्रष्टाचार पर बेवजह सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि सरकार पारदर्शिता के साथ काम कर रही है और यदि कोई गड़बड़ी सामने आती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
गैरसैंण के विकास पर विपक्ष के आरोपों का दिया जवाब
गैरसैंण को लेकर उठाए गए सवालों पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने इस क्षेत्र के विकास को लेकर ठोस कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “हमने गैरसैंण को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया, बल्कि वहां वास्तविक विकास कार्य किए हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि विधानसभा सत्र को गैरसैंण में आयोजित करने का निर्णय पहले ही लिया जा चुका था, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के अनुरोध पर इसे देहरादून में कराया गया। उन्होंने आगे कहा कि गैरसैंण के सारकोट गांव को मुख्यमंत्री आदर्श गांव के रूप में विकसित करने का संकल्प लिया गया है, जिससे यह अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बनेगा।
कोरोना काल में विपक्ष की भूमिका पर सवाल
मुख्यमंत्री धामी ने विपक्ष पर कोविड-19 महामारी के दौरान जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब सरकार महामारी से निपटने के लिए प्रयासरत थी, तब विपक्षी नेता राजनीति करने में व्यस्त थे।
उन्होंने कहा, “जो लोग चुपचाप वैक्सीन लगवा रहे थे, वही जनता के बीच जाकर वैक्सीन को लेकर भ्रम फैला रहे थे। इसी तरह, कुंभ मेले में स्नान भी कर लिया और फिर अनावश्यक सवाल उठाने लगे।”
भ्रष्टाचार पर निर्णायक कार्रवाई का दावा
मुख्यमंत्री ने विपक्ष द्वारा उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कहा कि राज्य में पहली बार भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा, “जो लोग खुद भ्रष्टाचार के मामलों में संलिप्त रहे हैं, वे आज बेवजह सवाल उठा रहे हैं। हमारी सरकार ने उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।”
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने नकल विरोधी कानून, समान नागरिक संहिता (UCC), धर्मांतरण कानून और दंगा विरोधी कानून जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं, जो राज्य की सामाजिक संरचना को मजबूत करेंगे।