देहरादून : उत्तराखंड पुलिस के “ऑपरेशन मिलाप” अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। दून पुलिस ने 15 वर्षों से अपने परिवार से बिछड़े व्यक्ति को सुरक्षित खोजकर उसके परिजनों को सौंप दिया। इस भावुक पुनर्मिलन के बाद परिवार ने उत्तराखंड पुलिस की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया।
बिहार से देहरादून तक पहुंची तलाश, परिवार ने मांगी पुलिस की मदद
बिहार के छपरा जिले के रहने वाले शमशाद ने राजपुर थाने में पहुंचकर अपने बड़े भाई नौशाद की तलाश में पुलिस से मदद मांगी। शमशाद ने बताया कि उनके भाई की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी और वह करीब 15 साल पहले लापता हो गए थे। परिवार ने नौशाद की खोज के लिए बिहार, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। हाल ही में किसी ने सूचना दी कि नौशाद को देहरादून की मसूरी रोड पर देखा गया है।
पुलिस की तत्परता से मिला खोया हुआ भाई
परिजनों की अपील के बाद राजपुर थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। मोबाइल सर्विलांस और मुखबिरों की मदद से नौशाद को डीआईटी कॉलेज, मसूरी रोड के पास सकुशल खोज लिया गया। पुलिस ने सत्यापन के बाद उन्हें उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
अपने लापता भाई को 15 साल बाद सकुशल देखकर परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने उत्तराखंड पुलिस और विशेष रूप से दून पुलिस की त्वरित कार्यवाही के लिए आभार प्रकट किया।
उत्तराखंड पुलिस का “ऑपरेशन मिलाप” ला रहा रंग
उत्तराखंड पुलिस राज्यभर में गुमशुदा व्यक्तियों को उनके परिवार से मिलाने के लिए “ऑपरेशन मिलाप” चला रही है। इस अभियान के तहत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने सभी पुलिस थानों को अपने क्षेत्र में लापता लोगों की खोजबीन तेज करने के निर्देश दिए हैं। इसी क्रम में दून पुलिस की सक्रियता ने एक परिवार को पुनः एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई।