हल्द्वानी : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को गौलापार स्पोर्ट्स स्टेडियम में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों के समापन समारोह की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने मंच निर्माण, सजावट, दर्शकों की बैठने की व्यवस्था समेत तमाम तैयारियों का बारीकी से निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
समापन समारोह को भव्य बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह राज्य के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है और समापन समारोह को शानदार और यादगार बनाया जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि सुरक्षा व्यवस्था, दर्शकों की सुविधाएं और अन्य व्यवस्थाएं बिल्कुल दुरुस्त होनी चाहिए ताकि कार्यक्रम में किसी तरह की कोई परेशानी न हो।
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से तैयारियों की स्थिति पर जानकारी ली और सुनिश्चित करने को कहा कि हर व्यवस्था पूरी तरह दुरुस्त हो। उन्होंने कहा, “राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन से उत्तराखंड ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है। आने वाले समय में इससे राज्य के खिलाड़ियों को बड़ा लाभ मिलेगा और वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश का नाम रोशन करेंगे।”
उत्तराखंड की खेल उपलब्धि: 25वें से 7वें स्थान तक का सफर
मुख्यमंत्री धामी ने इस बात पर गर्व जताया कि उत्तराखंड, जो पहले 25वें स्थान पर था, अब पदक तालिका में 7वें स्थान पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि इस उपलब्धि के पीछे खिलाड़ियों, कोचों और खेल संगठनों का अभूतपूर्व योगदान है।
उन्होंने यह भी बताया कि सभी प्रतियोगिताएं राज्य के भीतर ही आयोजित की गईं, जिससे स्थानीय खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिली। यह भविष्य में उत्तराखंड के खिलाड़ियों के लिए एक सशक्त आधार बनेगा।
पदक विजेताओं को किया सम्मानित
समारोह के दौरान मुख्यमंत्री धामी ने फेंसिंग प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों से मुलाकात की और उन्हें मेडल प्रदान कर सम्मानित किया। इसके अलावा, उन्होंने निशानेबाजी के प्रतिभागियों का हौसला बढ़ाया और कहा कि राज्य सरकार खिलाड़ियों को हर संभव सहयोग देने के लिए प्रतिबद्ध है।
समारोह में मौजूद रहे ये दिग्गज
इस अवसर पर खेल मंत्री रेखा आर्या, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, एशियन फेंसिंग फेडरेशन के महासचिव राजीव मेहता, खेल सचिव अमित सिन्हा, आयुक्त/सचिव मुख्यमंत्री दीपक रावत, आईजी डॉ. योगेंद्र रावत, जिलाधिकारी वंदना, खेल निदेशक प्रशांत आर्या और ले. जनरल (सेनि) हरपाल सिंह समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
अगला कदम? उत्तराखंड खेल हब बनने की ओर
38वें राष्ट्रीय खेलों की सफल मेजबानी के बाद उत्तराखंड अब एक खेल हब के रूप में उभर रहा है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताएं आयोजित करने की योजना पर भी काम किया जाएगा।
अब देखना होगा कि इस दिशा में सरकार और प्रशासन कैसे ठोस कदम उठाते हैं, लेकिन एक बात तो तय है—उत्तराखंड का खेल भविष्य और भी उज्ज्वल होने जा रहा है!