देहरादून : डालनवाला क्षेत्र में दिनदहाड़े घर में लूट की खबर से हड़कंप मच गया, लेकिन पुलिस जांच में सच्चाई कुछ और ही निकली। घटना को लेकर दर्ज की गई एफआईआर झूठी पाई गई, जिसमें एक मामूली विवाद को सनसनीखेज बनाकर प्रस्तुत किया गया था।
वादी ने न केवल पुलिस को गुमराह किया, बल्कि मीडिया में भी गलत सूचना फैलाई। हालांकि, देहरादून पुलिस की त्वरित कार्रवाई से मामला जल्द ही खुलकर सामने आ गया।
क्या थी पूरी घटना?
सौरभ कुमार, जो कि डालनवाला क्षेत्र में रहते हैं, ने पुलिस को शिकायत दी कि हेलमेट पहने दो अज्ञात युवक उनके घर में घुसे और गले से सोने की चेन लूटकर फरार हो गए। इस सूचना के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी।
कैसे खुला साजिश का पर्दाफाश?
पुलिस की शुरुआती जांच में ही मामला संदिग्ध लगने लगा। देहरादून के एसएसपी के निर्देश पर जब पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, तो कुछ और ही तस्वीर सामने आई।
सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि घटना वाले दिन दो युवक एक स्प्लेंडर बाइक से आए और वादी के घर से बाहर निकलते देखे गए। गाड़ी के नंबर के आधार पर जब जांच आगे बढ़ी, तो पता चला कि बाइक सहारनपुर के निवासी शुभम कुमार और विशाल के पास थी, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पैसों को लेकर हुआ था विवाद
पूछताछ में खुलासा हुआ कि सौरभ कुमार की डेयरी में काम करने वाले अमनदीप नामक युवक की सैलरी को लेकर विवाद चल रहा था। अमनदीप को लग रहा था कि उसे उसकी मेहनत की पूरी सैलरी नहीं दी जा रही, इसीलिए उसने अपने रिश्तेदार शुभम और विशाल को देहरादून बुलाया था।
तीनों के बीच जब बातचीत हुई तो मामला गरम हो गया और धक्का-मुक्की तक पहुंच गया। सौरभ कुमार ने जब शोर मचाया तो युवक घबरा गए और वहां से भाग निकले।
वादी ने स्वीकार किया झूठ, पुलिस ने किया मामला दर्ज
पुलिस की कड़ी पूछताछ के बाद सौरभ कुमार ने खुद स्वीकार किया कि उसने मानसिक तनाव के कारण लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी। इस पूरे मामले में कोई लूट नहीं हुई थी, बल्कि यह एक आपसी विवाद था, जिसे बेवजह तूल दिया गया।
अब पुलिस वादी के खिलाफ झूठी सूचना देने और संसाधनों का दुरुपयोग करने के आरोप में कानूनी कार्रवाई कर रही है।
पुलिस की तत्परता से खुली सच्चाई
देहरादून पुलिस की मुस्तैदी और त्वरित जांच के चलते एक झूठी घटना का पर्दाफाश हो सका। अगर सही समय पर सच्चाई सामने न आती, तो यह मामला अनावश्यक रूप से तूल पकड़ सकता था।