देहरादून: हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद प्रेमचंद अग्रवाल अपने विधानसभा क्षेत्र ऋषिकेश पहुंचे। वहां उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं से दिल से दिल की बात की। इस मौके पर भारी संख्या में लोग मौजूद थे, जिनमें बुजुर्ग और युवा शामिल थे। सभी की आंखों में भावुकता साफ झलक रही थी।
प्रेमचंद अग्रवाल भी अपने लोगों को इस हाल में देखकर भाव-विभोर हो गए। उन्होंने सभी से शांति और आपसी भाईचारा बनाए रखने की गुजारिश की। साथ ही, किसी भी तरह के प्रदर्शन या उग्र व्यवहार से बचने की सलाह दी। कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर कहा कि वे हर कदम पर अपने नेता के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे और 2027 के चुनाव में उन्हें पहले से भी बड़ी जीत दिलाने का वादा किया।
सुबह 11 बजे जब प्रेमचंद अग्रवाल कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे, तो माहौल और भी गर्मजोशी भरा हो गया। वरिष्ठ नेत्री पुष्पा ध्यानी ने कहा कि हमारे विधायक के खिलाफ कुछ लोगों ने सोची-समझी साजिश के तहत गलत माहौल बनाया। झूठा दुष्प्रचार फैलाया गया, जिसके चलते उन्हें मंत्री पद छोड़ना पड़ा।
मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन पोखरियाल, सुमित पंवार, सुरेंद्र कुमार और सुरेंद्र बिष्ट ने भी दुख जताया। उनका कहना था कि प्रेमचंद अग्रवाल का मंत्री पद पर होना ऋषिकेश के लिए गर्व की बात थी। उनके नेतृत्व में क्षेत्र का हर तरह से विकास हो रहा था, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने ऐसा माहौल बनाया कि उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। कार्यकर्ताओं ने इसे उत्तराखंड के विकास को पटरी से उतारने की साजिश करार दिया।
इस मौके पर प्रेमचंद अग्रवाल ने अपनी बात रखते हुए पुराने दिनों को याद किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में उनकी अहम भूमिका रही है। लेकिन हाल ही में उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर सोशल मीडिया पर गलत तरीके से पेश किया गया। उन्होंने साफ किया कि उनका जीवन अब समाजसेवा और उत्तराखंड को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए समर्पित रहेगा।
साथ ही, उन्होंने लोगों से अपील की कि आपस में प्यार और सम्मान बनाए रखें। किसी के साथ बुरा बर्ताव न करें और सोशल मीडिया पर गलत टिप्पणियों से दूर रहें। उनका कहना था कि ऐसा कोई काम न करें जिससे प्रदेश की शांति भंग हो या अराजकता फैले। उनकी यह बातें सुनकर कार्यकर्ताओं में एक नई उम्मीद जगी।