हरिद्वार : हरिद्वार में सियासी हलचल एक बार फिर तेज हो गई है। धामी सरकार में लंबे समय तक कैबिनेट मंत्री रहे प्रेमचंद अग्रवाल ने हाल ही में अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह इस्तीफा पहाड़ बनाम मैदान के पुराने विवाद के बाद आया, जिसने उत्तराखंड की राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। प्रेमचंद अग्रवाल के इस फैसले के बाद नेताओं की प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। इसी बीच, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल का एक बयान सामने आया, जिसने सबका ध्यान खींचा।
सुबोध उनियाल ने प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे पर अपनी राय रखते हुए कहा कि किसी के जाने पर यह कहना कि “अच्छा हुआ” ठीक नहीं है। हालांकि, उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके निजी विचार में प्रेमचंद को यह कदम बहुत पहले उठा लेना चाहिए था। सुबोध उनियाल का यह बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है।
गौरतलब है कि प्रेमचंद अग्रवाल के एक विवादित बयान के बाद सुबोध उनियाल भी जनता के निशाने पर आ गए थे। खासकर मेयर चुनाव के दौरान उनका एक बयान वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने पहाड़ी इलाकों में लोगों की बसावट पर टिप्पणी की थी। उस वक्त भी उनके खिलाफ काफी विरोध देखने को मिला था। लेकिन अब प्रेमचंद के इस्तीफे पर उनकी यह प्रतिक्रिया लोगों को हैरान कर रही है।
बता दें कि आज सुबोध उनियाल हरिद्वार के प्रसिद्ध जगदगुरु आश्रम पहुंचे थे। वहां उन्होंने जगद्गुरु शंकराचार्य राज राजेश्वराश्रम से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर बातचीत की। इसी मुलाकात के बीच प्रेमचंद अग्रवाल के इस्तीफे का जिक्र छिड़ा और सुबोध ने अपनी राय साझा की। उत्तराखंड की सियासत में यह घटना अब नए सवाल खड़े कर रही है कि क्या पहाड़ और मैदान का यह विवाद आगे और गहराएगा या फिर सरकार इसे सुलझाने में कामयाब होगी।