नरेंद्र नगर। धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर के हिंदी विभाग की विभागीय परिषद तथा स्थानीय भाषा प्रकोष्ठ द्वारा अंतरराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस के अवसर पर गढ़वाली गीत, गढ़वाली भाषण और प्रश्नोत्तरी के कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो राजेश उभान ने सभी से स्थानीय भाषा का अधिक से अधिक प्रयोग करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम की जानकारी देते विभाग प्रभारी हिंदी जितेंद्र नौटियाल ने कहा कि बांग्लादेश के मातृभाषा आंदोलन को दृष्टिगत रखते हुए यूनेस्को ने 1999 में 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस घोषित किया। स्थानीय भाषाओं के संरक्षण और शिक्षण में स्थानीय भाषा के प्रयोग के उद्देश्य से गठित स्थानीय भाषा प्रकोष्ठ का प्रयास स्थानीय भाषा के प्रयोग को प्रोत्साहित करना है।
प्रो आशुतोष शरण, विभाग प्रभारी इतिहास विभाग ने मैथिली भाषा में संभाषण के द्वारा मातृभाषा के महत्व का उल्लेख किया। पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के प्राध्यापक डा विक्रम सिंह बर्त्वाल ने गढ़वाली के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि मातृभाषा का सम्मान मां की तरह किया जाना चाहिए तथा इसकी प्रयोग को लेकर किसी भी स्थिति में हीन भावना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने” मेरा गौरव मेरी मातृभाषा”स्लोगन भी दिया।
कार्यक्रम में गढ़वाली गायन प्रतियोगिता में कोमल कैंतुरा बी ए तृतीय वर्ष, प्रिया बी ए द्वितीय सेमेस्टर व आंचल बी ए चतुर्थ सेमेस्टर ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। गढ़वाली भाषण में संजना बी ए द्वितीय सेमेस्टर, भावना बी ए ऑनर पत्रकारिता तथा आंचल ने क्रमश प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया।
क्विज प्रतियोगिता में मनीष बी ए तृतीय वर्ष, गायत्री बी ए तृतीय वर्ष तथा आंचल ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। विजेता छात्र छात्राओं को सम्मान समारोह में स्मृति चिन्ह तथा प्रमाण पत्र देकर पुरस्कृत किया जाएगा। इस अवसर पर डा. राजपाल रावत, डा. नताशा, डा. संजय सिंह, डा. हिमांशु जोशी, डा. विजय भट्ट, विशाल त्यागी, सत्येंद्र सिंह तथा छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।