देहरादून। कानूनी अधिकार एक ऐसा हथियार है जिसके द्वारा लोकतंत्र में हिंसा और अपराध के विरुद्ध लड़ा जा सकता है। और इसी कानूनी अधिकार के प्रति जागरूक करने के लिए इक्फ़ाई विवि के विधिक सहायता प्रकोष्ठ ने जागरूकता शिविर का आयोजन किया। भाऊवाला के रामपुर ग्राम पंचायत में आयोजित इस शिविर में महिलाओं, बच्चों एवं पिछड़ों के कई कानूनी अधिकारों के बारे में स्थानीय लोगों को जागरूक किया गया।
पूरे कार्यक्रम में विवि के छात्रों द्वारा मंचित नुक्कड़ नाटक मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। नुक्कड़ नाटक के जरिये गर्भवती महिलाओं की समस्याओं और उनके अधिकारों को दर्शाया गया। एक नाटक आगाज़ के जरिये छात्रों ने दर्शाया कि कैसे घेरलू महिलाओं पर होने वाले अत्याचार व यौन हिंसा के खिलाफ कानूनी एक्शन लिया जाए। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण देहरादून के सचिव वरिष्ठ सिविल जज हर्ष यादव एवं विवि के कुलपति डॉ राम करण सिंह ने दीप प्रज्वलित करके किया।
शिविर को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ सिविल जज ने कहा कि अपने कानूनी अधिकारों को जानना प्रत्येक नागरिक का अधिकार है और इक्फ़ाई लॉ स्कूल के छात्रों ने बहुत बेहतर तरीके से कानूनी रूप से जागरूक किया है। विवि के कुलपति डॉ राम करण सिंह ने कहा कि कानूनी रूप से जागरूकता हमारे देश के नागरिकों को सशक्त बनाती है और विश्वविद्यालय के रूप यह हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है कि हम शिक्षा एवं जागरूकता का प्रसार करें। श्री सिंह ने इक्फ़ाई विधिक सहायता प्रकोष्ठ को जागरूकता शिविर को सफलता पूर्वक आयोजित करने के लिए बधाई दी। रामपुर ग्राम पंचायत में जागरूकता शिविर आयोजित करने के लिए ग्राम प्रधान रमा थापा ने इक्फ़ाई लॉ स्कूल प्रशासन, प्रोफेसर, छात्र एवं मौजूद अधिवक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
दरसल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं प्रत्येक लॉ कॉलेज का यह विधिक दायित्व होता है कि वह नियमित अंतराल पर ऐसे कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन करें ताकि समाज को उनके अधिकारों के प्रति कानूनी रूप से जागरूक किया जा सके। हालाँकि बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में मौजूद रहे सिविल जज हर्ष यादव ने इक्फ़ाई लॉ स्कूल के द्वारा प्रभावी रूप से आयोजित शिविर की सराहना की। इसके अतिरक्त शिविर में इक्फ़ाई लॉ स्कूल के डीन प्रोफ़ेसर डॉ तपन कुमार चंदोला ने स्थानीय जनता को बताया कि किसी भी मुफ़्त कानूनी सहायता के लिए वे लॉ स्कूल के विधिक सहायता प्रकोष्ठ से संपर्क कर सकते हैं।
डॉ चंदोला ने स्थानीय जनता को विवाद को सुलझाने के लिए लोक अदालत जैसे विकल्पों की भी जानकारी दी। इस जागरूकता शिविर में विवि के रजिस्ट्रार डॉ आर.सी. रमोला, लीगल ऐड सैल से डॉ सुनील कुमार एवं प्रोफेसर अरुण कुमार व बी आचार्य ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की। चूंकि यह कार्यक्रम कानून से जुड़ा था इसलिए बतौर उपाध्यक्ष देहरादून बार एसोसिएशन से एडवोकेट राजवीर सिंह बिष्ट, राजीव अरोड़ा ने भी हिस्सा लिया इसके अतिरिक्त संजीव बिष्ट एवं पार्थ उपाध्याय भी मौजूद रहे।