विकासनगर। जन संघर्ष मोर्चा के जिला मीडिया प्रभारी प्रवीण शर्मा पिन्नी ने कहा कि सरकार द्वारा विवेकाधीन कोष से स्वीकृत आर्थिक सहायता के चेक तहसील में मिलने के बजाय विधायक अपने-अपने घरों पर बांट रहे हैं, जिससे जनता को भारी असुविधा हो रही है। कई -कई दिनों चक्कर काटने के बाद इनको चेक दिए जाते हैं, जैसे कि कोई बहुत बड़ा एहसान इनके द्वारा किया जा रहा हो। कई मामलों में कोई मजबूर, गरीब किसी अन्य पार्टी विशेष को समर्पित विधायक के घर नहीं जाना चाहते, उनको भी मजबूरन वहां जाना पड़ रहा है,
जिससे उनके स्वाभिमान को ठेस पहुंचती है। पिन्नी ने कहा कि जब विधायक मजबूरों को आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कर पाते तो मजबूरन इन लोगों को अन्य जन प्रतिनिधियों से सहायता लेनी पड़ती है। कई मामलों में किसी अन्य जन प्रतिनिधि द्वारा मुख्यमंत्री से स्वीकृत कराए गए आर्थिक सहायता के चेक भी विधायकों के कारिंदे कर्मचारियों को डरा धमका कर ले जाते हैं। मोर्चा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कर्मचारियों-अधिकारियों ने कार्य प्रणाली में सुधार नहीं किया तो इनका इलाज किया जाएगा।