रुड़की (एजेंसी)। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों ही जनविरेाधी हैं। धर्म की आड़ में अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न किया गया। सरकार पांच किलो मुफ्त राशन देकर गरीबों के साथ मजाक कर रही है। गरीब को राशन के साथ-साथ रोजगार चाहिए। शनिवार को हरिद्वार जिले के रुड़की में लिब्बरहेड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुपीमो ने बसपा प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान करने की अपील की। कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अल्पसंख्यकों के साथ छलावा किया है। मायावती ने भाजपा और कांग्रेस पर बराबर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि दोनों ही दलों ने जातिवादी मानसिकता के साथ काम किया है। इन्होंने लोगों का विकास नहीं किया बल्कि केवल वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया।
उन्होने ईवीएम पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यदि ईवीएम मशीनों में कोई गड़बड़ी नहीं हुई। फ्री और फेयर चुनाव हुए तो भाजपा का दोबारा केंद्र की सत्ता में लौटना आसान नहीं होगा। देश में गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी आदि से जनता त्रस्त है। धर्म के नाम पर लोगों का उत्पीड़न किया जा रहा है। आज भ्रष्टाचार चरम पर है। देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं है। केंद्र की गलत नीतियों और कार्य प्रणाली को लोग आजमा चुके हैं। साम-दाम-दण्ड-भेद हर हथकंडा अपनाकर राजनीतिक दल सत्ता में आने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने अपील की कि विरोधी दलों के वादों और घोषणा पत्र के झांसे में नहीं आना है। बसपा घोषणा पत्र जारी नहीं करती केवल कार्य करने में विश्वास रखती है। उन्होंने कहा कि भाजपा कांग्रेस के बहकावे में नहीं आना है।
बल्कि सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय वाली पार्टी बसपा को ही वोट देना है। बसपा सरकार में हर वर्ग के हितों का ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में मतदान की अपील की। कहना था कि बीएसपी प्रत्याशियों को मतदाता वोट की राजनीति से ऊपर उठ जाएंगे। मायावती ने कहा कि उत्तराखंड में प्रकृति के साथ लगातार खिलवाड़ किया जा रहा है। कहीं जमीन खिसक रही है तो कहीं पहाड़। उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड यूपी में हुआ करता था और उनकी सरकार थी तो यहां के लोगों को मुलभूत सुविधाएं दी जाती थी। एक व्यवस्थित ढंग से पहाड़ों का विकास किया था। उन्होंने कहा कि यूपी में बसपा की चार बार सरकार रही है। इन कार्यकाल में जो विकास हुआ है अब वो नहीं हो रहा है। कहा कि जब यूपी और उत्तराखंड एक था और सरकार बसपा की थी तो बसपा ने कोई भेदभाव नहीं किया। कई जिले और तहसील बनाई। कांग्रेस की तरह भाजपा भी जातिवादी और पूंजीवादी राजनीति कर रही है। आरक्षण का लाभ भी लोगों को ठीक से नहीं मिल रहा है। इसकी प्रमुख वजह तमाम सेक्टर को निजी हाथ में देना।