देहरादून। एचसीएल ने भारत के सबसे बड़े प्रॉब्लम-सॉल्विंग एसेसमेंट प्लेटफॉर्म, एचसीएल जिग्सॉ के पाँचवें संस्करण के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू। उत्तराखंड सहित पूरे भारत में आयोजित होने वाले इस अभियान का उद्देश्य एक कठोर मूल्यांकन प्रक्रिया द्वारा भारत के सर्वोच्च युवा प्रॉब्लम सॉल्वर्स को पहचानना और उनकी क्रिटिकल थिंकिंग की क्षमताओं के लिए उन्हें पुरस्कृत करना है। इस साल एचसीएल जिग्सॉ के लिए कक्षा 6 से 9 तक के सभी विद्यार्थियों से आवेदन मंगाए जा रहे हैं। वो बिना किसी रजिस्ट्रेशन शुल्क के इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकते हैं।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थी और स्कूल 31 जुलाई, 2024 से पहले www.hcljigsaw.com पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। एचसीएल जिग्सॉ के पाँचवें संस्करण में 12 लाख रुपये की पुरस्कार राशि वितरित की जाएगी। इसके अलावा, 150 से ज्यादा प्रतियोगियों वाले स्कूलों को भारत के सर्वोच्च प्रॉब्लम सॉल्विंग स्कूल्स का सम्मान दिया जाएगा। इस अभियान के बारे में एचसीएल में एसोसिएट वाईस प्रेसिडेंट एवं हेड ऑफ ब्रांड, रजत चंदोलिया ने कहा, “एचसीएल में हमारा उद्देश्य युवाओं को सही कौशल व ज्ञान देकर उनकी क्षमता बढ़ाना है, ताकि वो तेजी से विकसित होती दुनिया में आगे बढ़ सकें।
एचसीएल जिग्सॉ द्वारा हम उन्हें 21वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल, जैसे क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग सिखाने और उनके आकलन का एक मंच प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस साल हम कॉम्प्लिमेंट्री रजिस्ट्रेशन प्रदान कर रहे हैं, ताकि बाधाएं दूर होकर समावेशिता बढ़ सके, और इस परिवर्तनकारी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए ज्यादा स्कूल एवं विद्यार्थी प्रोत्साहित हो सकें।” एचसीएल जिग्सॉ में विद्यार्थियों का मूल्यांकन तीन प्रमुख गुणों के अंतर्गत अलग-अलग मानकों पर होगा, जिन्हें प्रॉब्लम सॉल्विंग की प्रक्रिया के मुख्य तत्वों के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है। इनमें शामिल हैंः-
अनुसंधान का कौशल – इसमें विद्यार्थियों के मूल्यांकन का आधार होगा कि वो समस्या को कितना बेहतर परिभाषित कर सकते हैं, उसके परीक्षण/कार्रवाई की कैसी योजना बना सकते हैं और जानकारी को एकत्रित कर किस प्रकार व्यवस्थित कर सकते हैं।
क्रिटिकल थिंकिंग – इसमें मूल्यांकन किया जाएगा कि विद्यार्थी जानकारी की सही व्याख्या करने, जानकारी का विश्लेषण करने और निष्कर्ष निकालने, सिस्टम की थिंकिंग, और प्रॉब्लम सॉल्विंग, तथा दावों के मूल्यांकन एवं उनके तर्कसंगत होने का आकलन करने में कितना सक्षम हैं।
संचार की प्रक्रिया – इसमें विद्यार्थी द्वारा सुसंगत तरीके से जानकारी को संरचनाबद्ध करने तथा उन्हें दी गई किसी भी जानकारी के संदर्भ व उद्देश्य को समझने की उनकी क्षमता का आकलन होगा।
एचसीएल जिग्सॉ एक वर्चुअल प्रतियोगिता है, जिसमें तीन चरणों/राउंड्स में मूल्यांकन किया जाएगा:
राउंड 1 (क्वालिफायर) – इसमें 15 से 16 जून, 2024 और 2 अगस्त से 4 अगस्त, 2024 के बीच पूरे भारत में दो स्लॉट में बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित टेस्ट ओलिंपियाड होगा।
इस साल एचसीएल ने औद्योगिक विशेषज्ञों के नेतृत्व में पहले से रिकॉर्डेड वीडियो कंटेंट और लाईव सत्र शामिल किए हैं। विद्यार्थी इनकी मदद से अपनी क्रिटिकल थिंकिंग और प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल्स बढ़ा सकते हैं।
इस राउंड के बाद सभी प्रतिभागी विद्यार्थियों को 11 अगस्त, 2024 को उनकी विस्तृत मूल्यांकन रिपोर्ट दी जाएगी।
इस राउंड में हर ग्रेड से सर्वोच्च 20 पर्सेंटाईल वाले विद्यार्थियों का चयन सेमीफाईनल के लिए किया जाएगा।
राउंड 2 (सेमीफाईनल) – परियोजना आधारित अध्ययन द्वारा सहयोग – 24 अगस्त, 2024 से 25 अगस्त, 2024 तक सहयोग एवं परियोजना आधारित राउंड होगा।
इसमें चयनित सर्वोच्च 20 प्रतिशत पर्सेंटाईल वाले विद्यार्थियों को तीन-तीन विद्यार्थियों की टीम में बाँट दिया जाएगा।
इस राउंड में टीमों को वास्तविक दुनिया में घटित होने वाली समस्याओं पर भी काम करना होगा।
चयनित विद्यार्थियों को तीन की टीमों में बांट दिया जाएगा, और वो दिए गए विषय पर परियोजना-आधारित चैलेंज में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
इस राउंड में हर ग्रेड से सर्वोच्च 5 टीमों को फिनाले के लिए भेजा जाएगा।
राउंड 3 या फिनाले (ग्रुप प्रेज़ेंटेशन) – 07 सितंबर, 2024 और 08 सितंबर, 2024 को ज्यूरी प्रेज़ेंटेशन राउंड होगा।
हर ग्रेड से 5 टीमें (कुल मिलाकर 60 विद्यार्थियों) को विभिन्न विषयों पर वास्तविक दुनिया की समस्याओं पर काम करना होगा, और वो अपने समाधान एक प्रतिष्ठित ज्यूरी के सामने रखेंगे।
ज्यूरी द्वारा इन समाधानों का मूल्यांकन किया जाएगा और सर्वोच्च टीमों को विजेता चुना जाएगा, जिनकी घोषणा ‘‘इंडियाज़ टॉप यंग प्रॉब्लम सॉल्वर्स’’ के रूप में की जाएगी।
सर्वोच्च प्रॉब्लम सॉल्वर्स/विजेताओं की घोषणा 09 सितंबर, 2024 को की जाएगी।
एचसीएल जिग्सॉ के चार संस्करणों में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रांतों के 3000 से अधिक स्कूलों के 60,000 से अधिक विद्यार्थी हिस्सा ले चुके हैं। विजेताओं को एचसीएल की इनोवेशन लैब्स में काम करने का अवसर मिला है, जहाँ उन्होंने डिजाइन की मूलभूत अवधारणाओं से लेकर औद्योगिक डिजाइन की प्रक्रियाओं तक अनेक विषयों का ज्ञान प्राप्त किया और उस क्षेत्र में संभावित करियर के बारे में भी जाना। उन्होंने इंटरैक्टिव प्रदर्शन और प्रायोगिक गतिविधियाँ भी कीं।
उन्हें स्मार्ट हेलमेट, ऑगमेंटेड रियलिटी/ वर्चुअल रियलिटी/एक्सटेंडेड रियलिटी (एआर/वीआर/एक्सआर), रियल-टाइम लॉजिस्टिक्स ट्रैकिंग सिस्टम और मैनुफ़ैक्चरिंग में आईओटी एप्लिकेशंस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों से अवगत कराया गया। इस अभियान को विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों दोनों ने सराहा।