देहरादून। आज पूर्व अध्यक्ष मंडी समिति एवं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता रविंद्र सिंह आनंद अपने कार्यकर्ताओं संग कारगी स्थित उत्तराखंड सतर्कता विभाग के अधिष्ठान पहुंचे। इस दौरान रविंद्र आनंद ने आंखों पर पट्टी बांधकर अधिष्ठान के परिसर में मौन रहकर धरना दिया वहां उपस्थित पुलिस बल ने उन्हें बलपूर्वक उठाने का प्रयास किया परंतु वे वही डटे रहे और नहीं माने इसके बाद रवींद्र आनंद ने आंखों पर पट्टी बांधकर वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं के गले में तख्तियां डालकर, जिसमें एक कार्यकर्ता के गले में गामा मेयर आए से अधिक संपत्ति का मामला और दूसरे के गले में कृषि मंत्री गणेश जोशी की तख्ती डालकर उन्हें ढूंढने का प्रयास करते हुए यह दर्शाया कि सतर्कता विभाग को आय से अधिक संपत्ति मामले में लिप्त वर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा एवं सुबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी दिखाई नहीं देते , इस दौरान सतर्कता विभाग के अधिकारी भी यह सब देखकर बहुत हैरान हुए और शर्मिंदगी महसूस करने लगे।
इस दौरान पहले ही सतर्कता विभाग द्वारा पुलिस जवान एवं महिला पुलिस बल भारी संख्या में तैनात कर दिए गए थे और सतर्कता विभाग की सुरक्षा चाक-चौबंद दिखाई जिससे यह कहा जा सकता है कि सतर्कता विभाग को पूर्व सूचना थी एवं विभाग डरा हुआ था। रविंद्र ने आगे बताया कि उन्होंने 1 वर्ष पूर्व निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा के विरुद्ध सतर्कता विभाग में ज्ञापन सोपा था जिसमें उन्होंने उनकी आय से अधिक संपत्ति की जांच की मांग की थी और कुछ समय बीत जाने पर जब कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने पुनः एक पत्र एसपी विजिलेंस को सौप था परंतु अब साल भर होने को आया है कोई कार्रवाई न होती देख एवं विजिलेंस विभाग से रूष्ट होकर रविंद्र आनंद ने आंखों में पट्टी बांधकर यह दर्शाया की सतर्कता विभाग को भ्रष्टाचारी जो सत्ता में बैठे हुए हैं वह दिखाई नहीं देते और विपक्ष में यदि किसी नेता पर कोई मामला उठता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार कर लिया जाता है
और उस पर कार्रवाई भी की जाती है लेकिन सत्ता की हनक इतनी अधिक है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता भ्रष्टाचारी और आए से अधिक संपत्ति के मामले में लिप्त होने के बावजूद भी सतर्कता विभाग के कानो तले जूं तक नहीं रेंगती। रविंद्र ने कहा कि हमारे देश के नेताओं ने हमें जो आंदोलन करने के तरीके बताएं हैं उन्हीं की राह पर चलते हुए उन्होंने इस प्रकार का हथकंडा अपनाते हुए इस पूरे प्रकरण को नाटकीय रूप दिया। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा एवं सुबे के कृषि मंत्री गणेश जोशी की आय से अधिक संपत्ति की जांच सतर्कता विभाग द्वारा नहीं की जाती तो उन्हें उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर होना होगा और इसकी समस्त जवाबदारी शासन , प्रशासन और विजिलेंस विभाग की होगी। इस दौरान रिहाना परवीन, इकबाल राव ,नवीन सिंह चौहान ,अरमान बेग, आजाद अंसारी ,शहजाद कुरैशी, नवाब ,समीर आदि मौजूद थे।