पौड़ी: 22 फरवरी को होने जा रही जनाक्रोश रैली को लेकर सोमवार को संयुक्त संघर्ष समिति ने 22 फरवरी को बाजार बंद का ऐलान किया है।।
समिति के मुख्य संयोजक नमन चंंदोला ने बताया कि राज्य निर्माण की नींव रखने वाली उत्तराखंड आंदोलन की जननी पौड़ी के साथ पिछले 23 सालों से जो पक्षपात हो रहा है उसके खिलाफ सबको एक होने की जरुरत है।।
चंदोला ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य बनने के 23 सालों बाद भी पौड़ी को स्वास्थ्य , स्वच्छता ,पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ना पड़ रहा है।।
आज व्यापारियों की स्थिति यह है कि कई दुकानदार सिर्फ दुकान खोलने और बंद करने तक सीमित रह गये हैं।। चंदोला ने अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार को सीधे तौर पर दोषी करार दिया है
और कहा कि 22 फरवरी को जनता का आक्रोश सड़कों पर होगा और 22 तारीख को व्यापारी वर्ग पूर्णतः बाजार बंद रखकर सरकार को अपना आक्रोश दिखाने का कार्य करेंगे।। चंदोला ने कहा कि दस सूत्रीय मांगों का समाधान अगर जल्द ना हुआ़ तो आगे और भी उग्र आंदोलन किया जाएगा।। संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष मनोज रावत ने कहा कि व्यापार की लगातार खस्ता हाल होती व्यवस्थाओं को लेकर बाजार बंद का फैसला लिया गया है।।
मनोज ने कहा कि विभिन्न राजनीतिक संगठन, सामाजिक संगठन, धार्मिक संगठनों ने 22 तारीख की जनाक्रोश रैली को अपना समर्थन जाहिर किया है मनोज ने जनता से अपील की कि वह घरों से बाहर निकाल कर पौड़ी को बचाने के इस लड़ाई में अपना साथ दें।। संयुक्त संघर्ष समिति के मुख्य संयोजक नमन चंदोला ने कहा कि बाजार बंदी का फैसला जरूर कठिन था लेकिन यह फैसला व्यापारियों के ही हितों को ध्यान में रखकर लिया गया है।।