देहरादून। राष्ट्र की सेवा में वर्षों तक समर्पित रहने के बाद, सैन्य दिग्गज ज्यादातर नए क्षेत्रों में पूर्ण समर्पण के साथ अपने विविध कौशल को आजमाते हैं। नेतृत्व करने की क्षमता, मानसिक मजबूती और दबाव में समस्या सुलझाने का कौशल किसी भी क्षेत्र के लिए वरदान साबित होता है। इसी क्षमता को पहचानते हुए, एमेजॉन ने वर्ष 2019 में एक सैन्य कार्यक्रम शुरू किया।
इस बेहतरीन कार्यक्रम में सैन्य दिग्गजों को उनकी विशिष्ट सेवा से कॉर्पोरेट दुनिया में बिना किसी बाधा के बेधड़क आने का मौका दिया गया। इस कार्यक्रम ने अपने समर्थन और जरूरत अनुसार प्रशिक्षण देकर, अभिषेक जैसे कई दिग्गजों को सशक्त बनाया है, जिन्होंने नौसेना के अपने अनुभव और विशेषज्ञता का फायदा उठा कर एमेजॉन में उत्कृष्टता हासिल की।
हिंद महासागर के अब तक ना मैप किए गए क्षेत्र में नेविगेट करने से लेकर बड़े पैमाने पर रखरखाव प्रोजेक्ट्स के समन्वय तक, भारतीय नौसेना में अभिषेक का 12 साल का करियर साहस भरा था। जो सेवा का एक महान दौर था, जिससे उन्हें कमांडर-इन-चीफ की सराहना मिली। दिसंबर 2016 में, चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले फ्रंटलाइन युद्धपोत के लिए रखरखाव प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक चलाने के लिए उनके अटूट समर्पण और विशेषज्ञता को एक बार फिर से सराहा गया।
इतना ही नहीं फारस की खाड़ी में समुद्री डकैती विरोधी अभियान में उनके काम के लिए उन्हें विदेश सेवा पदक से भी सम्मानित किया गया। 12 वर्षों तक भारतीय नौसेना में सेवा देने के बाद अभिषेक तिवारी 2021 में आम नागरिक का जीवन जीने लगे। तभी वह ग्लोबल सॉल्यूशंस एंड रिस्क कंप्लायंस (जीएसआरसी) टीम में ऑपरेशंस मैनेजर के रूप में एमेजॉन इंडिया में शामिल हुए थे। एमेजॉन में उनका सफर लगातार उन्नत और प्रभावशील रहा।
उन्होंने शुरूआत में उत्तरी अमेरिका में एमेजॉन के बाज़ार के लिए सुचारू वैश्विक व्यापार अनुपालन का समर्थन करने के लिए 40 सहयोगियों की एक टीम का नेतृत्व किया। फिलहाल, अभिषेक जोखिम अनुपालन की अहम प्रक्रिया, निर्माता की विस्तारित जिम्मेदारी के काम का नेतृत्व करते है। कर्मचारी सहभागिता टीम में एक लीडर के रूप में अभिषेक और उनकी टीम कर्मचारियों के लिए एक सकारात्मक और सब को साथ ले कर चलने और कार्य करने वाले वातावरण को बनाए रखते हैं।
वह जीएसआरसी टीम के सभी नए कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने में अहम भूमिका निभाते हैं, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे ज्ञान और कौशल से लैस हो महारथ हासिल करें। विविधता के प्रति उनके समर्पण और जुनून के कारण उन्हें 2023 में प्रतिष्ठित “एमेज़ॉनियन्स हू इंस्पायर” पुरस्कार मिला। अभिषेक का मानना है कि विभिन्न दृष्टिकोण और अनुभवों वाली एक विविध टीम से एमेजॉन को बेहतर परिणाम मिल सकता है।
वह एमेजॉन के नेतृत्व सिद्धांतों से पूरी तरह से सहमत हैं। अभिषेक कहते हैं, “ओनरशिप सिर्फ मेरा पसंदीदा एमेजॉन नेतृत्व सिद्धांत नहीं है। यह मेरा मूल मंत्र है।” वह हैविंग ए बैकबोन डिसएग्री एंड कमिट के नेतृत्व सिद्धांत में भी विश्वास करते हैं। ‘असहमत और प्रतिबद्ध’ यानी ”बिना किसी डर के अपनी राय व्यक्त करने और फिर अंतिम निर्णय के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध होने की क्षमता ही एमेजॉन को भीड़ से अलग करती है, उनके लिए एमेजॉन के नेतृत्व सिद्धांत केवल शब्द नहीं हैं। वे एक ऐसी संस्कृति की आधारशिला हैं जो उसे आगे बढ़ने और सार्थक योगदान देने के लिए सशक्त बनाती है।
एमेजॉन में दिन-प्रतिदिन के काम और व्यस्तताओं के अलावा, अभिषेक को अपनी मोटरसाइकिल पर दूरदराज के स्थानों और ग्रामीण इलाकों में घूमना पसंद है।
एमेजॉन के प्रभावशाली सैन्य कार्यक्रम ने न केवल दिग्गजों को आगे बढ़ने के लिए सशक्त बनाया है बल्कि एमेजॉन की संस्कृति को विविधता, सहजता और उत्कृष्टता के साथ समृद्ध किया है। कंपनी ने डायरेक्टर जनरल ऑफ रिसेटलमेंट (डीजीआर), भारतीय नौसेना प्लेसमेंट एजेंसी (आईएनपीए), भारतीय वायु सेना प्लेसमेंट एजेंसी (आईएएफपीए), सेना कल्याण प्लेसमेंट संगठन (एडब्ल्यूपीओ) और हाल ही में इंडियन कोस्ट गार्ड के साथ भी साझेदारी की है,
यह सुनिश्चित करने के लिए कि सैन्य सेवा छोड़ने वालों को पूरे देश में एमेजॉन में उनके हिसाब से सही काम के ढेरों अवसरों के बारे में पता हो। दिग्गजों के अमूल्य कौशल का पोषण और लाभ उठाकर, एमेजॉन न केवल एक विविध और प्रतिभाशाली कार्यबल का निर्माण कर रहा है, बल्कि उन लोगों का समर्थन करने के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता भी प्रदर्शित कर रहा है जिन्होंने हमारे देश की सेवा की है।
एमेजॉन अलग- अलग तरह की भूमिकाएं और जिम्मेदारियां निभाने वाले अलग – अलग लोगों द्वारा विविधता और समावेशन को अपनाता है, जहां अलग अलग पृष्ठभूमि और अनुभवों के लोग एक साथ आते हैं और इसे काम करने के लिए एक शानदार जगह बनाते हैं। यह नेतृत्व और विचार की विविधता का जश्न मनाता है। जिसे दुनिया में सबसे ज्यादा ग्राहक केंद्रित कंपनी बनाने के अपने मिशन में एक प्रमुख घटक के रूप में देखा जाता है।