उत्तरकाशी/अरविन्द थपलियाल। उत्तराखंड में आजकल जहां भी बात होती वहां पुरोला के लाल चावल की बात होती है। लाल चावल उत्पादन करने मामले में जनपद उत्तरकाशी को दूसरा स्थान प्राप्त हो चुका है जिसमें पुरोला के रामासेंराई सहित समुचे रवांई घाटी में लाल चावल का भारी उत्पादन होता है।
खलाड़ी पुजेली के स्यालीकराम नौटियाल नौटियाल को माघ मेले की मंच से अध्यक्ष जिला पंचायत दीपक बिजल्वाण की टीम सम्मानित किया। खलाड़ी पुजेली निवासी स्यालीकराम नौटियाल ने बताया कि पुरोला में लाल चावल की खेती सेकंडों वर्षों से होती है और समूचे भारत में निर्यात इसका होता है।
मालूम हो कि रामासेंराई और कमलसेंराई क्षेत्र में लाल चावल का उत्पादन हजारों टन होता जिसे सही मार्केट अभी नहीं मिल पा रही है। मामले पर नौटियाल ने बताया कि पुरोला क्षेत्र को लाला चावल की खेती के लिये चिन्हित किया जाये जिससे जनपद को पहचान मिल सके।
स्यालीकराम नौटियाल ने हिसर संस्था की संस्थापक स्वतंत्री बंधानी का भी आभार व्यक्त किया और बताया कि संस्था का लाल चावल को पहचान दिलाने में महत्वपूर्ण स्थान रहा है।