सर्दियों में पहाड़ों पर जाने का आइडिया सही नहीं होता। क्योंकि यहां इस समय कंपकपाने वाली ठंड पड़ती है, जिसमें रूम से निकलना ही मुश्किल होता है घूमना-फिरना तो दूर की बात होती है। बीच डेस्टिनेशन ही इस मौसम में घूमने के बेस्ट ठिकाने होते हैं। Beach डेस्टिनेशन की बात हो और गोवा मिस हो जाए, ऐसा कैसे हो सकता है, लेकिन इसी पॉपुलैरिटी के चलते यहां भीड़ भी बहुत ज्यादा होती है और कई बार तो बीच की जिस खूबसूरती का अंदाजा लगाकर लोग यहां जाते हैं वो भी नहीं मिलती, तो अगर आप खूबसूरत नजारों वाले बीच की तलाश कर रहे हैं, तो तारकरली अच्छा ऑप्शन है।
जहां इन दिनों उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है वहीं मुंबई, बैंगलुरू, चेन्नई, केरल जैसी जगहों पर तापमान सुहावना होता है। जो घूमने लायक माहौल बनाती हैं, तो आप सर्दियों में पड़ने वाले लॉन्ग वीकेंड को रजाई में घुसकर टीवी देखते हुए नहीं बिताना चाहते, तो महाराष्ट्र के तारकरली का प्लान बनाएं। जो सिंधुदुर्ग जिले का एक छोटा-सा खूबसूरत गांव है। इस गांव में कई साफ-सुथरे और खूबसूरत बीच हैं। इनमें सबसे मशहूर है तारकरली बीच। जो बेहद शांत और खूबसूरत है।
जैसा कि ऊपर बताया कि तारकरली गांव की सबसे मशहूर जगह है तारकरली बीच। यहां का पानी एकदम साफ है और बीच पर भी कोई गंदगी नहीं होती। बीच की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करते हैं आसपास बिखरी हरियाली। रिलैक्स करने, फोटोशूट के अलावा यहां आकर आप वॉटर स्पोर्ट्स का भी मजा ले सकते हैं।
दूसरा बीच जो तारकरली में देखने लायक है, वो है आचरा बीच। तारकरली बीच से सिर्फ 6 किमी दूरी स्थित है आचरा बीच। बहुत ही कम लोग इस बीच के बारे में जानते हैं जिस वजह से सैलानियों की भीड़ भी नहीं देखने को मिलती। यहां आकर आप लगभग 260 साल पुराना रामेश्वर मंदिर भी देख सकते हैं।
तारकरली शहर के कोलंब बीच को भी देखने का मौका बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए। जो खासतौर से डॉल्फिन के लिए मशहूर हैं। जिन्हें देखने के लिए बहुत ज्यादा जद्दोजेहद नहीं करनी पड़ती। इस बीच पर भी आप तरह-तरह के वाटर स्पोर्ट्स का एक्सपीरियंस ले सकते हैं। सनराइज और सनसेट का नजारा बेहद शानदार होता है। यहां छत्रपति शिवाजी महाराज का मंदिर भी है, जिसे जरूर देखें।
बीचेज़ को देखकर ऊब जाएं, तो धामपुर लेक चले आएं। जो लगभग 10 एकड़ में फैली खूबसूरत झील है। इस झील में भी वाटर एक्टिविटी के ऑप्शन मिलेंगे। पिकनिक के लिए ये अच्छी जगह है।
बीच के अलावा इस जगह आकर आप सिंंधुदुर्ग किले को भी जरूर देखें। बीच पर किले का निर्माण वाकई अद्बुत है। ऐसा माना जाता है कि इस किले को छत्रपति शिवाजी के शासनकाल में बनवाया गया था। जिसे बनाने में पूरे 3 साल लगे थे और लगभग 1 हजार मजदूर। किले में मंदिर भी मौजूद है।