चमोली ( प्रदीप लखेड़ा ): सीमांत जनपद चमोली के दशोली ब्लाॅक के किरूली गांव में आयोजित पांडव नृत्य में गेंडा वध देखने के लिए लोगो का अभूतपूर्व जनसैलाब उमड पडा। आज पांडवो द्वारा पांडव नृत्य के साथ शुभारंभ किया। जिसके बाद नारायण भगवान का पंया के साथ विवाह होता है। तत्पश्चात सभी पांडव भगवान नारायण को उनके घर तक आदर सम्मान सहित छोडने जाते है। जिसके बाद पांडव चौक में सभी पांडव नृत्य करते है।
माईफुलारी के आगमन से पांडव लीला ने चार चाँद लगा दिये। नकुल दही की परोठी लाते है, तत्पश्चात गेंडी को पांडव चौक में लाया जाता है। रथ में नागार्जुन पांडव चौक पहुंचते हैं। जिसके बाद भगवान कृष्ण और अर्जुन हाथी में सवार होकर पांडव चौक पहुंचते है। हाथी के भव्य मंचन से पांडव लीला में चार चाँद लग गये। पांडव चौक में अर्जुन गेंडे का वध करते हैं और पांडव लीला के भव्य मंचन से लोकसंस्कृति जींवत हो उठी।
पांडव नृत्य देखने दूर दूर से अपने मायके आई ध्याणियों के चहल पहल गांव गुलजार हो गया है, बरसों-बरस बाद गांव पहुंची ध्याणियां एक दूसरे की कुशलछेम पूछती नजर आई। पांडवो ने दिया सबको आशीष वचन दिया। कल नदी स्नान करनें जायेंगे पांडव।
इस अवसर पर पांडवानी गायक देवेन्द्र रावत की पांडवानी नें गेंडा वध आयोजन को भक्तिमय बना दिया। गेंडा वध आयोजन के अवसर पर जिला पंचायत सैंजी दीपा देवी राणा नें कहा पांडव नृत्य का आयोजन हमारी अनमोल सांस्कृतिक विरासत के द्योतक हैं। अपनी लोकसंस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए सबको मिलकर आगे आना चाहिए। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष हरक सिंह नेगी, यशवंत सिंह फरस्वाण, योगेश्वर प्रसाद हटवाल सहित बंड क्षेत्र के दर्जनो गांवो के ग्रामीण भारी संख्या में इस आयोजन के साक्षी बनें।