देहरादून (एजेंसी)। उत्तरकाशी टनल हादसे के बाद उत्तराखंड सरकार ऐक्शन लेने जारी है। सिलक्यारा टनल हादसे के भूगर्भीय वजहों की सीएम पुष्कर सिंह धामी सरकार विस्तृत जांच कराएगी। सरकार ने इस हादसे की जांच के लिए गठित आठ सदस्यीस कमेटी की प्राथमिक जांच रिपोर्ट को लौटाते हुए विस्तृत जांच करने के निर्देश दिए हैं।
शुकवार को संपर्क करने पर आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास सचिव डॉ.रंजीत कुमार सिन्हा ने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि कमेटी ने प्रारंभिक जांच करने के बाद एक संक्षिप्त रिपोर्ट दी है। लेकिन उससे इस हादसे पर वस्तुस्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हो पाई है।
इसलिए कमेटी को पूरे क्षेत्र के आंकलन और रेस्क्यू आपरेशन तक की सभी गतिविधियां की बारीकी से जांच करने को कहा गया है। टनल हादसे के दिन ही 12 नवंबर को सिन्हा ने भूस्खलन न्यूनीकरण एवं प्रबंधन संस्थान के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार की अध्यक्षता में आठ सदस्यीय कमेटी बनाई थी।
इस कमेटी को टनल हादसे के कारण और घटना स्थल की भूगर्भीय स्थिति का आंकलन करना है। साथ ही भविष्य के लिए सुरक्षात्मक सुझाव भी देने हैं।मालूम हो कि टनल निर्माण शुरू होने से पहले भी इस क्षेत्र की भूगर्भीय सर्वेक्षण का दावा किया गया था।
भूवैज्ञानिकों की हरी झंडी के बाद ही यहां टनल निर्माण काम शुरू किया गया। लेकिन जिस प्रकार टनल में भूस्खलन हुआ, उसने टनल निर्माण से पूर्व किए सभी सर्वेक्षणों पर भी सवाल उठा दिए हैं।
एम्स से आखिरी श्रमिक को मिली छुट्टी : टनल से सुरक्षित निकाले गए श्रमिकों में शामिल टनकपुर निवासी पुष्कर सिंह की कुछ जांचों की रिपोर्ट बाकी थी, जोकि गुरुवार रात को चिकित्सकों को मिली। करीब 48 घंटे तक संस्थान में चिकित्सकीय परीक्षण के बाद शुक्रवार को बुखार उतरने के साथ ही सेहत में सुधार होने पर सुबह लगभग 9.30 बजे उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। बताया जा रहा है कि पुष्कर सुरंग में फंसने के दौरान दशहत में आ गया।
कमेटी की शुरुआती रिपेार्ट दी है। कमेटी को भूस्खलन की वजहों की विस्तृत सर्वेक्षण करने के निर्देश दिए हैं। उम्मीद ही जल्द ही अंतिम रिपोर्ट प्राप्त होगी।
– डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा, सचिव-आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास।