देहरादून (एजेंसी)। नाबालिग छात्रा से रेप और पॉर्न वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग में पॉक्सो कोर्ट ने दुष्कर्म के दोषी को बीस वर्ष और उसके साथ ब्लैकमेलिंग में शामिल दूसरे युवक को सात साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई। पॉक्सो कोर्ट के जज पंकज तोमर ने दोनों पर 24 हजार का जुर्माना लगाया। शासकीय अधिवक्ता किशोर कुमार के अनुसार, 21 सितंबर 2017 को 17 वर्षीय किशोरी की मां ने पटेलनगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया।
उनकी 17 वर्षीय बेटी एक स्कूल में 12वीं में पढ़ती थी। तब एक वर्ष पहले ही शुभम कौशिक (23) निवासी गांधीग्राम कांवली रोड और अभिनव कुमार (22) निवासी श्रीरामपुरम कॉलोनी गोविंदगढ़ से लड़की की दोस्ती हुई। पुलिस के मुताबिक, दोनों युवकों ने छात्रा को फोन पर बातों में फंसाकर घूमने के बहाने 10 सितंबर को बुला लिया। दोनों युवकों ने छात्रा को नशीला पदार्थ खिलाकर बेहोश किया और अभिनव ने दुष्कर्म किया। अश्लील फोटो खींची और पॉर्न वीडियो भी बनाई।
छात्रा के होश में आने पर शुभम के साथ मिलकर धमकाया कि उसने किसी को इस बारे में बताया तो उसकी वीडियो वायरल कर देंगे। इससे छात्रा घबरा गई। इसके बाद दोनों युवकों ने 18 सितंबर को दोबारा अपने यहां बुला लिया। 20 सितंबर को लड़की घर पहुंची तो उसने मां को आपबीती बताई। छात्रा की मां ने कैंट थाने में तहरीर दी, जिस आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों युवकों को पकड़ लिया। कोर्ट ने अभिनव को 20 साल और शुभम को सात साल जेल की सजा सुनाई।
पीड़िता ने अपने बयान में कहा कि वह स्कूल से पवेलियन मैदान में वॉलीबॉल खेलने जाती थी। तब शिवम वहां स्पोर्ट्स ड्रेस में आता था। वह जहां आराम करती तो शिवम भी वहां आ जाता था। वह कहता था कि उसकी गोलियां खा लो तो कमजोरी नहीं आएगी। इसके बाद अक्सर शिवम उसे मिलने लगा। उसने पीड़िता को नशीली गोलियां देकर आदी बनाने की कोशिश की। लेकिन, खेल में रुचि रखने वाली लड़की न केवल दुष्कर्म की शिकार हुई, बल्कि उन दिनों उसे नशे की लत लग गई थी।
दुष्कर्म का आरोपी नशामुक्ति केंद्र में भी रहा भर्ती
2017 में जब शिवम नशामुक्ति केंद्र में भर्ती हुआ तो उसने पीड़िता को अभिनव से मिलाया। तीन महीने बाद वह नशामुक्ति केंद्र से वापस आया। 10 सितंबर को दोनों पीड़िता को आईएसबीटी के पास एक कमरे पर ले गए। अभिनव ने लड़की से दुष्कर्म किया और शिवम ने अश्लील वीडियो बनाई।
दोनों ने वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पीड़िता से बीस हजार रुपये भी ले लिए। 18 सितंबर को अपने एक दोस्त के घर सहारनपुर भेज दिया। पीड़िता के चले जाने पर पुलिस ने शिवम से संपर्क किया। पीड़िता को वापस लाया गया तो पूरा घटनाक्रम खुल गया।