देहरादून। गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था द्वारा आयोजित तीन दिवसीय गढ़ कौथिग का लोक गायिका अनुराधा निराला व हास्य व्यंग कलाकार संदीप छिलबट के शानदार प्रस्तुतियों के साथ हो गया है। सूचना आयुक्त उत्तराखंड योगेश भट्ट ने समापन्न दिवस पर दीप प्रज्जलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के समापन्न दिवस पर संस्था की महिलाओं, कस्तुरबा गांधी आवासीय बालिका आवासीय विद्यालय (कोरूबा) कालसी व अनेक स्थानीय बच्चों ने सुन्दर प्रस्तुतियां दी।
वही हास्य कलाकार संदीप छिलबट ने अपने हास्य व्यंग से उत्तराखंडी समाज में आ रहे परिवर्तनों पर तंज कसते हुऐ दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। हिमवंत प्रदेश न्यूज द्वारा संस्था के सदस्य व योग गुरू ओम प्रकाश पोखरियाल के सानिध्य में चल रही नियमित योग कक्षा पर एक सुन्दर डक्युमंट्री फिल्म दिखाई जिसे लोगों ने जमकर सराहा।
वहीं सीएमआई अस्पताल के द्वारा निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य शिविर के दौरान सैकड़ों मरीजों की बीपी,शुगर की जांच के अलावा निःशुल्क दवाओं का भी वितरण किया गया। स्वास्थ्य शिविर प्रख्यात न्यूरो सर्जन व सी.एम.आई. अस्पताल के एम.डी.डॉ. महेश कुडियाल के सानिध्य में आयोजित किया गया। इस नेक कार्य के लिए सीएमआई अस्पताल के डॉ महेश कुडियाल समेत पूरी टीम को गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था के द्वारा सम्मानित किया गया।
शांयकालीन सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक धर्मपुर विनोद चमोली ने दीप प्रज्वलित कर किया। विधायक धर्मपुर व संस्था के वरिष्ठ संरक्षक विनोद चमोली ने संस्था द्वारा किये जा रहे समाजसेवा के कायों की जमकर सराहना की। सांस्कृतिक संध्या में प्रसिद्ध लोकगायिक अनुराधा निराला ने अपने सुरीले कंठ से शानदार प्रस्तुतियां दी। जिस पर दर्शक मंत्र मुग्ध हो गये।
अनुराधा निराला ने अपने गीतों की शुरवात देबी कुंजापुरी माता तु दैणि हुये जै से की इसके बाद मुल मुल के कू हैसणि छे तू, जख देवतो का आसण, ज्यू त यन बुनू च, लसका डसकों मे चली तेरी पैंदी ध्योंप्येलि, म्ल्यु गुविरालों का बीच समेत अनेक अनेक गीत गये। जिस पर दर्शकों ने जमकर नृत्य भी किया।
सांस्कृतिक संध्या के दौरान संस्कृति विभाग की टीम ब्रहमकमल के लोकगायक रवि व्यास ने कई सुन्दर प्रस्तुतियां। कार्यक्रम के समापन पर ढ़ोल दमाउ की थाप व मश्कबीन की मधुर धून पर संस्था के पदाधिकारी,सदस्य व कार्यक्रम में पंहुचे उत्तराखंडियों ने जमकर नृत्य किया।
इसके अलावा गढ़ कौथिग के अन्तिम दिवस लोगों ने झूले चर्खी,पहाड़ी व्यंजनों का जमकर मजा लिया साथ ही मेला प्रांगण में लगे विभिन्न प्रकार के पहाड़ी उत्पादों व पोषकों की खूब खरीददारी की। इसके अतिरिक्त तम्बोला में दिनभर भारी भीड़ लगी रही। कार्यक्रम के समापन पर अध्यक्ष सुन्दरलाल सेमवाल ने सभी सहयोगियों व संस्था के पदाधिकारियों, सदस्यों का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया।
आपको बता दें कि, गढ कौथिग का आयोजन गढ़वाल भ्रातृ मण्डल संस्था हर साल राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर हर्षाेउल्ल्स के साथ मनाती है। जिसका मुख्य उद्देश्य उत्तराखंडी के खान-पान,रहन सहन, भेष भूषा,लोक विरासतों व संस्कृति को प्रोत्साहित करना है जिससे आने वाली पीड़ी उत्तराखंडी संस्कृति के बारे में जान सकें।
इस दौरान भ्रातृ मण्डल संस्था के अध्यक्ष सुन्दर लाल सेमवाल,मुख्य संरक्षक कर्नल (से.नि.)एच.एम. बर्थवाल, महासचिव जयपाल सिंह रावत,मेलाधिकारी सु.मेजर बादर सिंह रावत, उपाध्यक्ष आर.पी.चमोली, पूर्व अध्यक्ष रधुनंदन सिंह रावत, पूर्व महासचिव आर.सी.एस.रावत,राजू फस्वार्ण, सचिव दीपक नेगी, उमराव सिंह गुसांई, भण्डार रक्षक सुबेदार महेन्द्र सिंह बिष्ट, पार्षद राजेश परमार, कोषाध्यक्ष बी़.पी बर्थवाल, सह-मेलाधिकारी अशोक सुन्दरियाल, सह-कोषाध्यक्ष जितेन्द्र खंतवाल, अभिषेक परमार, सह सांस्कृतिक सचिव रंजन नौटियाल, संगठन मंत्री डी़.पी.बडोनी, जनसम्पर्क अधिकारी सुबोध नौटियाल लेखा परीक्षक बाचस्पिति विडालिया, प्रेस सचिव आलम सिंह भण्डारी, भानु प्रकाश नेगी, गोविन्द सिंह रावत समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे। मंच संचालन यशवंती थपलियाल के द्वारा किया गया।