देहरादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में आयोजित न्यूज़18 इंडिया के विशेष कार्यक्रम डायमंड स्टेट्स समिट में भाग लिया। इस दौरान न्यूज़18 इंडिया और हिंदी डिजिटल के मैनेजिंग एडिटर ज्योति कमल ने उनसे विभिन्न मुद्दों पर बातचीत की, जिसमें उनकी राजनीतिक यात्रा, केंद्र-राज्य समन्वय, राज्य का विकास और डबलइंजन सरकार की सफलता पर चर्चा शामिल थी।
सीएम धामी ने डबल इंजन सरकार की उपलब्धियों पर बात करते हुए कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों के तालमेल से विकास कार्य तेजी से हो रहे हैं, और जनता इसे अच्छे से समझ रही है। हरियाणा चुनाव का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस और उनके सहयोगियों ने अग्निवीर योजना को लेकर भ्रम फैलाने की कोशिश की, लेकिन अंततः बीजेपी की सरकार बनी।
उन्होंने यह भी कहा कि अब महाराष्ट्र और झारखंड की जनता भी डबल इंजन सरकार के महत्व को समझने लगी है। कांग्रेस पर तीखा हमला करते हुए सीएम धामी ने कहा कि उनके पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, और वे केवल विरोध और भ्रम फैलाने का काम करती हैं। उन्होंने वन रैंक वन पेंशन योजना का जिक्र करते हुए कहा कि जब यह लागू की गई, तो उनके पिता ने कहा था, तुम सही पार्टी में हो।
प्राकृतिक आपदाओं पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मॉनसून के दौरान राज्य में कई सड़कें और पुल बह गए थे, लेकिन इनपर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है। केदारनाथ उपचुनाव के बारे में उन्होंने कहा कि वहां अब श्रद्धालुओं की संख्या 2-3 लाख से बढ़कर 20 लाख तक हो गई है, और इस विकास की वजह से वे उपचुनाव में बड़ी जीत की उम्मीद कर रहे हैं।
उत्तराखंड को नंबर वन राज्य बनाने की चुनौतियों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य को हर साल प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है, जो वर्षों से बने इंफ्रास्ट्रक्चर को क्षति पहुंचाती हैं, लेकिन राज्य इन चुनौतियों से निपटने के लिए लगातार प्रयासरत है। अपने निजी जीवन पर चर्चा करते हुए सीएम धामी ने बताया कि वे एक साधारण सैनिक परिवार से आते हैं और अपने पिता से अनुशासन और मेहनत की सीख ली है।
उन्होंने कहा कि उनकी मां ने घर के कामों में कड़ी मेहनत की, और इसी कारण राज्य की महिलाओं का जीवन आसान बनाने के लिए उन्होंने 30 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है। फ़ौज में न जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनका सपना था कि वे सेना में जाएं, लेकिन उनके पिता ने उन्हें रोक दिया। अग्निवीर योजना की सराहना करते हुए उन्होंने इसे पीएम मोदी का बड़ा विज़न बताया और कहा कि इस योजना के तहत रिटायर होने वाले सैनिकों को बेहतर अवसर मिलेंगे।