देहरादून : योगासन ने एसएफए चैंपियनशिप 2024 उत्तराखंड के 10वें दिन एक नए अनुशासन के रूप में अपनी शुरुआत की, जिसमें पारंपरिक खेलों के साथ सहजता से घुलने-मिलने के साथ-साथ भारत की गहरी सांस्कृतिक विरासत को उजागर किया गया। आचार्यकुलम के छात्रों ने इन पुरानी तकनीकों में महारथ दिखाई, जिसमें तनिष्का अग्रवाल, काव्या सैनी और सलोनी यादव ने अंडर-14 गर्ल्स ट्रेडिशनल कैटेगरी में क्रमशः स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक हासिल किए।
बेवर्ली हिल्स शालिनी स्कूल की भाविका डांगर ने अंडर-19 गर्ल्स ट्रेडिशनल योगासन स्पर्धा में 33.42 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया, जबकि डीपीएसजी देहरादून की कनिष्का अग्रवाल और इकोले ग्लोबल इंटरनेशनल गर्ल्स स्कूल की वेदा क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।
अंडर-12 गर्ल्स कैटेगरी में इकोले ग्लोबल की कात्यायनी गौतम ने 40.72 के स्कोर के साथ डीपीएसजी की रिया इदरवाल और मान्या महावर से आगे निकलकर स्वर्ण पदक जीता।
एथलेटिक्स में हिम ज्योति स्कूल की सुषमा, अनुसूया और रानी ने अंडर-18 गर्ल्स 800 मीटर में पोडियम पर कब्जा किया, जबकि महाराणा प्रताप के अक्षय डाबरे और सेंट जोसेफ के परम नारायण वत्स ने इसी तरह के बॉयज इवेंट में स्वर्ण और रजत पदक जीते।
अंडर-14 बालकों की ऊंची कूद में सेंट जोसेफ के अक्षत्र कंबोज ने 1.4 मीटर की छलांग लगाकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि महाराणा प्रताप के करवंश और पारस राजवार ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक जीता। इसी के बालिका वर्ग में सेंट जोसेफ की जोड़ी वृंदा गुप्ता और आरा धामी ने शीर्ष दो स्थान सुनिश्चित किए।
महाराणा प्रताप ने अंडर-16 बालकों की 400 मीटर दौड़ में सूरज सिंह और फैजान की बदौलत पहले दो स्थान हासिल किये। सेंट पैट्रिक अकादमी ने अंडर-16 बालिका वर्ग की 400 मीटर दौड़ में शिवांगी रविकांत सेमवाल और मानसी तोमर की बदौलत यही उपलब्धि हासिल की।
फुटबॉल में हिम ज्योति की अंडर-18 बालिका टीम ने सेंट कबीर अकादमी को हराकर स्वर्ण पदक जीता, जबकि आचार्यकुलम तीसरे स्थान पर रहा। अंडर-14 बालकों के टूर्नामेंट में महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज ने केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी को 2-0 से हराकर शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया।
इस साल एसएफए चैंपियनशिप में 395 स्कूलों के 3 से 18 वर्ष की आयु के 16,354 एथलीट भाग ले रहे हैं, जो छह स्थानों पर 19 खेलों में प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।
चैंपियनशिप स्पोर्ट्स फॉर ऑल (एसएफए) की प्रतिबद्धता का हिस्सा है, जो जमीनी स्तर के खेलों को पेशेवर बनाने, व्यवस्थित करने और मुद्रीकरण करने के लिए है, जिसका उद्देश्य देश भर में खेलों को महत्व देने और उनमें निवेश करने वाली संस्कृति को बढ़ावा देना है। इस साल की चैंपियनशिप 15 अक्टूबर तक चलेगी, जिसमें देहरादून भर से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं और इन्ही में सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाओं की तलाश की जा रही है।