देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने शनिवार को मीडिया सेंटर में आयोजित प्रेस कांफ्रेस में कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस से गठबंधन के बाद कांग्रेस पार्टी का चेहरा पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुका है। इससे साफ हो चुका है कि कांग्रेस का आतंकवाद और अलगाववाद को समर्थन है। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि जम्मू कश्मीर के चुनाव में जिस प्रकार से कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पार्टी ने आपस में गठबंधन किया है
वो एक तरह से वहां की के साथ धोखा है और कांग्रेस पार्टी पूरे देश के सामने बेनकाब हो चुकी है। उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू कश्मीर में आतंकवाद और जिहाद को पोषित किया है, कांग्रेस के इरादे जनता के सामने साफ हो गए हैं कि वह नेकां से गठबंधन करके जम्मू कश्मीर को हिंसा की आग में झोंकना चाहती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता के लालच में अराजकता, आतंकवाद, अलगाववाद और जिहादियों को समर्थन कर रही है।
यहां तक कि जम्मू कश्मीर में दलितों, गुज्जरों, बकरवाल और पहाड़ी समुदायों को मिलने वाले आरक्षण का विरोध कर रही है। उत्तराखंड के वीरों की भूमिका रही है अहम मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि पूरा देश जानता है कि जम्मू कश्मीर की धरती को बचाने के लिए उत्तराखंड के वीरों की भूमिका अहम रही है। उत्तराखंड के सैकड़ों वीर जवानों ने अपने देश की माटी के रक्षा की खातिर वहां शहादतें दी हैं।
अब जब वीर जवानों के बलिदानों की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में शांति बहाल हो चुकी है तो कांग्रेस फिर से वहां अशांति फैलाने की साजिश में जुट गई है। धामी ने कांग्रेस से पूछे 10 सवाल मुख्यमंत्री धामी ने कांग्रेस पर कड़े प्रहार करते हुए 10 पूछे हैं। कहा कि क्या कांग्रेस जम्मू कश्मीर में अलग झंडे के वादे का समर्थन करती है।
क्या नेशनल कांफ्रेंस के वहां से धारा 370 और आर्टिकल 35ए को वापस लेने का समर्थन करती है। कांग्रेस क्या कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करेगी। उन्होंने इसी तरह से कांग्रेस से अन्य सवाल भी पूछे हैं। सीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस देशद्रोही एजेंडे के साथ खड़ी है।