रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने कहा कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर भारी बारिश के चलते क्षतिग्रस्त हुई पैदल एवं सड़क मार्ग को पुनर्स्थापित करना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। इसके अलावा केदारनाथ में जो लोग रह गए हैं उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित रेस्क्यू करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिलाधिकारी सौरभ गहरवार पिछले चार दिनों से ग्राउंड जीरो से अपनी टीम के साथ पूरे रेस्क्यू कार्य करवा रहे हैं।
मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि रविवार शाम तक 10 हजार से ज्यादा यात्रियों एव स्थानीय लोगों को केदारनाथ, लिनचोली, भीमबली, गौरीकुंड, चीरबासा सहित अन्य पड़ावों से रेस्क्यू कर लिया गया है। वहीं अब प्राथमिकता के आधार पर पीडब्लूडी की मदद से अधिक से अधिक लेबर लगाकर रास्तों का पुनर्निर्माण शुरू करवाया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि बिना स्थानीय लोगों, मजदूरों, मीडिया बंधुओं, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, पुलिस, पीआरडी जवानों, हैली कंपनियों सहित रेस्क्यू में लगे सभी सुरक्षा बलों, अधिकारी कर्मचारियों के सहयोग के बिना यह संभव नहीं था। उन्होंने मुख्यमंत्री, गढ़वाल कमिश्नर, आपदा सचिव सहित अन्य सभी उच्च अधिकारियों का मार्गदर्शन एव प्राथमिकता से सभी व्यवस्थाएं बनाने में सहायता देने के लिए भी आभार व्यक्त किया।
कहा कि प्रशासन को पूरा यकीन है सभी लोगों के सामूहिक प्रयासों से जल्द रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर श्री केदारनाथ धाम यात्रा को सुचारू कर लिया जाएगा। उधर मुख्य विकास अधिकारी डॉ जीएस खाती ने रविवार को चौमासी का निरीक्षण कर रेस्क्यू किए गए यात्रियों की कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में सहयोग एव यात्रियों की देखभाल करने के लिए ग्राम प्रधान चौमासी मुलायम सिंह सहित संपूर्ण ग्राम वासियों को विशेष धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य विनोद राणा, प्रधान संगठन रुद्रप्रयाग के अध्यक्ष सुभाष रावत सहित संबंधित अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।