नई दिल्ली:- मोदी सरकार यह भली-भाँति जानती है कि आतंकवाद किसी भी स्वस्थ समाज और सुदृढ़ अर्थव्यवस्था के लिए नासूर है इसलिए इसके पूरे इको-सिस्टम को धवस्त करने के लिए मोदी सरकार ने अपनी कमर कस ली है और आंतवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करते हुए इसको जड़ से खत्म करने का प्लान तैयार किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में, MAC फ्रेमवर्क की पहुंच और प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए बड़े तकनीकी और ऑपरेशनल सुधारों को लागू करने की तैयारी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने देश में उभरते सुरक्षा खतरे के परिदृश्य से निपटने के लिए आतंकी नेटवर्क और उनके सहायक इको-सिस्टम को खत्म करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच अधिक तालमेल पर जोर दिया है।
आतंकवाद के विरुद्ध सख्त रवैया अपनाते हुए अमित शाह ने इस बात पर बल दिया कि MAC को अंतिम रिस्पॉंडर्स सहित विभिन्न हितधारकों के बीच pro-active और real-time कार्रवाई योग्य जानकारी साझा करने के लिए एक मंच के रूप में 24 घंटे काम जारी रखना होगा। इतना ही नहीं तकनीकी युग में आतंक के नेटवर्क की जड़े काटने के लिए शाह ने टेकनॉलाजी के इस्तेमाल पर जोर दिया है। शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा में शामिल सभी एजेंसियों से युवा, तकनीकी रूप से कुशल जोशीले अधिकारियों की एक टीम गठित करने पर जोर दिया, ताकि Big Data और AI/ML संचालित एनालिटिक्स और तकनीकी प्रगति का उपयोग करके आतंकी इकोसिस्टम को खत्म किया जा सके। गौरतलब है कि 2014 में सत्ता में आते ही मोदी सरकार ने आतंकवाद को आड़े हाथों लेते हुए इसके खात्मे का फैसला किया था। जिसमें उनको बड़ी सफलता भी हाथ लगी है मोदी सरकार ने देश से आतंकवाद के खात्मे के लिए अनेक कदम उठाए हैं जैसे सख़्त कानून बनाना, आतंकियों की फंडिंग को रोकना का काम करना व सभी संस्थानों में समन्वय स्थापित करना।