नौगांव /अरविन्द थपलियाल। उत्तराखंड राज्य में एक तरफ शिक्षा के मजबूती की बात होती है दूसरी ओर राज्य में शिक्षा व्यवस्था दम तोड रही है। मामला प्रखडं नौगांव के आदर्श प्राइमरी स्कूल कफनौल का है जहां लगभग 130के आसपास छात्र छात्राएं हैं और एक शिक्षिका है,तो ऐसे में पठन पाठन में कितनी बड़ी समस्या होगी और कैसे यहां के नौनिहालों का भविष्य खुशहाल बनेगा। मालूम हो कि जहां उत्तराखंड के सरकारी विद्यालय बंद होने के कगार पर हैं वहीं आज प्राइमरी स्कूल कफनौल में 130छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं।
अभिभावक संघ दिनेश चौहान ने बताया कि कफनौल आदर्श विद्यालय में 130छात्र /छात्राओं का भविष्य एक शिक्षिका के भरोसे है जिससे छात्रों के भविष्य के उपर संकट मंडरा रहा है और बताया कि आज एक शिष्टमंडल मुख्य शिक्षा अधिकारी से मुलाकात करेगा फिर से क्योंकि इससे पहले दो बार अभिभावक मांगों को लेकर ज्ञापन दे चुकें हैं अब यदि मांगे नहीं मानी जाती तो अभिभावक छात्र छात्राओं सही जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में धरने पर बैठेंगे।
वहीं मामले पर ग्राम पंचायत प्रधान शेखर पंवार ने बताया कि प्राइमरी स्कूल कफनौल में शिक्षकों की कमी हैं जहां मौजूदा समय में दो शिक्षक कार्यरत थे अब एक शिक्षक का स्थानांतरण का आदेश जारी हुआ अब यह विद्यालय एक शिक्षिका के भरोसे है। सामाजिक कार्यकर्ता जवाहर सिंह चौहान ने बताया कि प्राइमरी विद्यालय कफनौल में राज्य के सरकारी विद्यालयों की अपेक्षा सबसे अधिक छात्र संख्या 130की है लेकिन दुर्भाग्य हैं कि यहां छात्र छात्राओं का भविष्य अंधकार में है।
प्राइमरी विद्यालय में पहले दो शिक्षक थे अब यहां एक शिक्षिका के भरोसे कफनौल का प्राथमिक विद्यालय है अब छात्र छात्राओं के भविष्य के उपर खतरा मंडरा रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया कि सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी और जिलाधिकारी से एक शिष्टमंडल मुलाकात करेगा जिसमें अभिभावक संघ अध्यक्ष दिनेश चौहान,जवाहर सिंह चौहान,अजय मोहन कफोला,बद्री सिहं पंवार, सचिन,साधुलाल,सरत सिंह पंवार,सोबत लाल,वचन लाल सहित तमाम अभिभावक शामिल रहेंगे।