देहरादून। चिटफंड कंपनी की तरह रकम जमा करने पर उसे बढ़ाकर देने का दावा करनी वाले कंपनी के निदेशक ने आठ लोगों पर धोखाधड़ी करने का केस दर्ज कराया है। आठों आरोपी कंपनी की अलग-अलग शाखाओं में निदेशक और अन्य पदों पर रहे हैं। आरोप है कि इन्होंने फर्जीवाड़े से ग्राहकों के ढाई करोड़ रुपये लेकर उनका भुगतान नहीं किया। एसओ वसंत विहार महादेव उनियाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर कैलाशी विजन प्रोड्यूसर कंपनी के निदेशक नसीबुद्दीन निवासी जमनपुर, सेलाकुई की तरफ केस दर्ज कि गया है।
जिसमें फुरकान पुत्र शरीफ निवासी शंकरपुर, थाना सहसपुर, देहरादून, राकेश कुमार उनियाल पुत्र रामचंद्र निवासी गुज्जर प्लांट, गुमानीवाला, ऋषिकेश, नरेश चंद कुकरेती पुत्र ललित मोहन कुकरेती निवासी प्रतीतनगर, रायवाला, शाहनवाज अहमद पुत्र अल्ताफ अहमद निवासी मोटाआम बांस मंडी नजीबाबाद जिला बिजनौर, उदयराज सिंह पुत्र शंकर सिंह निवासी अकबरपुर चौगांव थाना नजीबाबाद, जिला बिजनौर, पूनम चौहान पत्नी विजेंद्र चौहान निवासी ऋषिकेश, अरुण पाल पुत्र लक्ष्मण सिंह पाल निवासी इस्सेपुर थाना नजीबाबाद और धीरेंद्र कुमार पुत्र गोपीराम निवासी ग्राम इस्सेपुर थाना नजीबाबाद जिला बिजनौर, यूपी को आरोपी बनाया गया है।
नसीबुद्दीन की कंपनी की कई शाखाएं खोली गईं। यह शाखाएं देहरादून जिले के अलावा यूपी के जिला बिजनौर के नजीबाबाद, चंदक, रायपुर सादात, नूरपुर, नगीना और कोटद्वार में थी। इन शाखाओं के निदेशक उदयराज सिंह, शाहनवाज अहमद, रायपुर सदात शाखा प्रबंधक धीरेन्द्र कुमार, अरुण कुमार पाल थे। रायवाला, छिद्दरवाला, ऋषिकेश की शाखा के निदेशक नरेश चंद कुकरेती, राकेश कुमार उनियाल और शाखा प्रबंधक पूनम चौहान थी। सहसपुर, तिपरपुर और सेलाकुई शाखा का निदेशक फुरकान था। सभी शाखाओं से खाते खोलने और ग्राहकों से एकत्रित रकम को जमा करने और मेच्योर राशि का भुगतान देहरादून शाखा की मुख्य शाखा से होता था।
आरोप है कि नामजद आरोपियों ने अपनी-अपनी शाखाओं में लोगों के फर्जी खाते खोले गए। इनके नाम पर लोन लेकर खुद हड़प लिया। जो लोग रकम जमा कर रहे थे उनमें काफी की मेच्योर राशि का भुगतान नहीं किया गया। इस तरह जनवरी 2020 से लेकर जून 2020 के बीच ढाई करोड़ का फर्जीवाड़ा किया गया। आरोप है कि ग्राहकों ने केस दर्ज कराए तो नसीबुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। वह करीब दो साल बाद जेल से छुटकर आया । इसके बाद उन्होंने कोर्ट में अपना पक्ष रखते कार्रवाई की अपील की। एसओ महादेव उनियाल ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर दर्ज केस में जांच की जा रही है।