चमोली (प्रदीप लखेड़ा): भगवान बदरीविशाल के क्षेत्र रक्षक कहलाने वाले महावीर श्री घण्टाकर्ण जी “माणा घन्याल” के सीमांत ग्राम माणा ग्राम स्थित प्रसिद्ध मंदिर के कपाट आज शनिवार ज्येष्ठ संक्राति को पूर्वाह्न 11 बजे खुल गये है। इस अवसर मंदिर को भब्य रूप से सजाया गया था कपाट खुलने के समय हजारों श्रद्धालुगण मौजूद रहे। जय माणा घन्याल के उदघोष महिलाओं तथा पुरूषों ने परंपरागत झुमैलों, चांचड़ी नृत्य के साथ भजन गाये। आज प्रात: नौ बजे से माणा घन्याल मंदिर के कपाट खुलने की प्रक्रिया शुरू हो गयी थी।
भगवान घंटाकर्ण जी के कपाट खुलने से पहले भगवान विश्वकर्मा की पूजा की गयी उसके बाद मंगला पूजा, गणेश जी की पूजा स़पन्न हुई तत्पश्चात भगवान घंटाकर्ण मंदिर के कपाट उदघाटन हेतु माणा गांव से देवपश्वा, पुजारीगण तथा श्रद्धालुजन माणा गांव से कुछ दूरी पर व्यास गुफा के निकट भगवान घंटाकर्ण घन्याल के शीतकालीन प्रवास स्थल के मंदिर पहुंचे। शीतकालीन प्रवास में पूजा- अर्चना के बाद श्री घंटाकर्ण जी की चांदी की मूर्ति को समारोह पूर्वक माणा गांव स्थित मुख्य मंदिर में लाकर विराजमान कर दिया गया
इसी के साथ माणा घन्याल के कपाट इस यात्रा वर्ष हेतु दर्शनार्थ खुल गये। इस अवसर पर प्रसाद वितरित किया गया। इसी के साथ माणा घन्याल कि ज्यैष्ठ माह माह की तीन दिवसीय जैठ पूजा भी शुरू हो गयी। कल 16 जून को जैठ पुजे के दूसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम में ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज मुख्य अतिथि होंगे। तीसरे दिन के सांस्कृतिक कार्यक्रम में श्री बदरी-केदार मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर पंवार बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है।
साथ ही दर्शन फर्स्वाण एवं शिवानी नेगी द्वारा रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये जायेंगे सैकड़ो श्रद्धालुजन कार्मक्रम हेतु पहले ही पहुंच गये है। आज माणा घन्याल मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर महावीर श्री घंटाकर्ण जी के पश्वा आशीष कनखोली, मंगलेश्वर पश्वा रघुवीर सिंह कंडारी, उत्तराखंड चारधाम यात्रा हेतु मुख्यमंत्री सलाहकार बी.डी.सिंह, ग्राम पंचायत प्रधान माणा पीतांबर मोल्फा, घंटाकर्ण मेला समिति अध्यक्ष जगदीश रावत, बारीदार नरेंद्र सिंह कनखोली,लक्ष्मण सिंह रावत,राजीव परमार, किशोर सिंह, विवेक मोल्फा,सदस्य दीवान सिंह बड़वाल,लक्ष्मण सिंह,राजेंद्र सिंह मोल्फा, मोहन सिंह मोल्फा,रमेश मोल्फा, सहित हजारों की संख्या में तीर्थयात्री एवं स्थानीय श्रद्धालु मौजूद रहे। कपाट खुलने के कार्यक्रम के पश्चात सभी श्रद्धालुओं हेतु भंडारा आयोजित हुआ।