ऋषिकेश: विद्युत क्षेत्र में सतत प्रगति तथा भारत के समग्र सामाजिक-आर्थिक विकास को बनाए रखने में विद्युत क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, आर. के. विश्नोई ने अवगत करवाया कि देश के अग्रणी पावर सेक्टर के सीपीएसई टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और एसजेवीएन के वरिष्ठ अधिकारियों के लिए संवादात्मक पहल हेतु केरल के ‘त्रिवेंद्रम, में चार दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। संवादात्मक पहल हेतु यह चार दिवसीय कार्यशाला एसजेवीएनएल और टीएचडीसीआईएल के सभी सतर्कता अधिकारियों के लिए आयोजित की गई है, जो सतर्कता कार्य में एकरूपता, संबंधित जानकारी को साझा करना और समान संगठनों में सर्वोत्तम प्रयासों को प्रभावी बनाने में अवश्य ही सहायक सिद्ध होगी।
विश्नोई ने अवगत कराया कि सतर्कता संगठनों के प्रचालन में, पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पारदर्शिता, निष्पक्षता और राष्ट्र हित पर ज़ोर देकर, यह संगठन की प्रभावशीलता और नैतिक आचरण को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जो राष्ट्र की विकास यात्रा का अभिन्न अंग है। आगे अवगत कराते हुए श्री विश्नोई ने कहा कि कार्यशाला में पावर सेक्टर सीपीएसई के संगठनात्मक मूल्यों और सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए सतर्कता की प्रमुख भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। विद्युत क्षेत्र के उभरते परिदृश्य में सतत विकास और सफलता के लिए सत्यनिष्ठा, पारदर्शिता और जवाबदेही के प्रति सक्रिय दृष्टिकोण की आवश्यकता है। सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख उपक्रम होने के नाते एसजेवीएनएल और टीएचडीसीआईएल को जल विद्युत, सौर, पवन एवं ताप ऊर्जा स्रोतों द्वारा विद्युत उत्पादन में विशेषज्ञता हासिल है।
इस तरह की कार्यशालाएँ पारदर्शिता और सत्यनिष्ठा के उच्चतम मानकों को कायम रखते हुए स्थायी समाधानों को आगे बढ़ाने और स्वच्छ, हरित भविष्य की ओर बदलाव लाने की उनकी प्रतिबद्धता का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के निदेशक (कार्मिक), शैलेंद्र सिंह ने चार दिवसीय कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए कार्यशाला के आयोजन के लिए समन्वयकों के साझा योगदान की सराहना की एवं प्रेम प्रकाश, मुख्य सतर्कता अधिकारी (टीएचडीसीआईएल एवं एसजेवीएन) को इस सराहनीय पहल का नेतृत्व करने हेतु हार्दिक प्रशंसा व्यक्त की, साथ ही उनके दृढ़ समर्पण के लिए धन्यवाद दिया। श्री सिंह ने कहा कि यह कार्यशाला हितधारकों को भ्रष्टाचार के खिलाफ संवेदनशील बनाने एवं टीएचडीसीआईएल और एसजेवीएनएल द्वारा सतर्कता पर जोर देने के प्रयासों को रेखांकित करती है।
एसजेवीएनएल और टीएचडीसीआईएल की संयुक्त कार्यशालाएं विद्युत क्षेत्र की अनूठी चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करती हैं। प्रेम प्रकाश, मुख्य सतर्कता अधिकारी(टीएचडीसीआईएल और एसजेवीएन) ने कहा कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और एसजेवीएन द्वारा आयोजित की जा रही सहयोगात्मक कार्यशाला भारत में एक सुदृढ एवं समावेशी विद्युत क्षेत्र की यात्रा में एक महत्वपूर्ण माइलस्टोन का स्वरूप है। यह कार्यशाला राष्ट्र के लिए समृद्ध भविष्य के निर्माण में सहयोग, नवाचार और साझा दृष्टिकोण की शक्ति पर प्रकाश डालती है। जिस प्रकार से विद्युत क्षेत्र का विकास जारी है, इस प्रकार के साझा प्रयास निस्संदेह इसके प्रगतिशील पथ को आकार देने और वृद्धि और विकास के नए अवसरों को खोलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
इस कार्यशाला में पवन वर्मा, कार्यपालक निदेशक(मा.सं.), एसजेवीएनएल, अजय कुमार गोयल, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, अनिल कुमार गोयल, उप मुख्य सतर्कता अधिकारी, एसजेवीएन के साथ-साथ एसजेवीएन और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयीय उपस्थिति ने इस अवसर की शोभा बढ़ाई।