हरिद्वार। अवैध खनन को लेकर मातृ सदन के संस्थापक अध्यक्ष स्वामी शिवानंद महाराज ने शासन- प्रशासन के अधिकारियों को जमकर आड़े हाथों लिया। उन्होंने डीएम एसएसपी सहित सभी अधिकारियों पर खनन माफियाओं से मिलीभगत कर अवैध खनन को बढ़ावा देने का आरोप लगाया। स्वामी शिवानंद ने कहा कि उत्तराखंड के मुखिया की शह पर अधिकारी बेलगाम हो गये है।
ऐसे में उन्होंने सीएम धामी को पत्र भेजकर 24 घंटे के भीतर कार्रवाई की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर मातृ सदन आगे की कार्रवाई के लिए विवश होगा गौरतलब है कि अवैध खनन को लेकर मातृ सदन आश्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए स्वामी शिवानंद ने कहा कि डीएम एसएसपी उनका फोन रिसीव नहीं करते हैं।
सीएम की शह पर खनन माफिया गंगा को नष्ट करने पर तुले हैं और शिकायत करने पर अधिकारी कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में गंगा और कृषि भूमि दोनों नष्ट की जा रही है। रात-दिन जेसीबी और लोडर से खनन किया जा रहा है। इसकी मॉनिटरिंग कौन कर रहा है ? खनन की मॉनिटरिंग पुलिस कर रही है।
कोई भी अधिकारी सूचना देने के बाद भी वहां पर नहीं जाने को तैयार होता है। स्वामी शिवानंद ने कहा कि पहले के अधिकारी ने लिखित में दिया कि पुलिस के द्वारा ही खनन हो रहा है। जब यह सूचना हमने उच्चाधिकारी को दिया तो उसी जांच के लिए उसी अधिकारी को ट्रांसफर कर दिया गया। वर्तमान खनन अधिकारी का अधिकार क्षेत्र हरिद्वार और देहरादून है और वे फोन रात में नहीं उठाते हैं।
डीएम एसएसपी खुद फोन न उठाकर उनके पीआरओ फोन उठाते हैं । इनका ओहदा तो पीएम से भी बड़ा हो गया है। डीएम साहब का कहना है कि हम जो वीडियो शेयर करते हैं वह पुराना वीडियो है,यह कहकर प्रमाण रिजेक्ट करते हैं । ताज़ा घटना-क्रम में ब्रह्मचारी सुधानंद को खबर मिली कि रात में 10:00 बजे 200 से ज्यादा जेसीबी खनन के लिए बिशनपुर क्षेत्र में गंगा के किनारे खनन कर रही हैं
और हम लोगों ने जिला मजिस्ट्रेट को फोन किया जो फोन नहीं उठाते हैं । इस न्यूज़ को रात में ही पर्यावरण मंत्रालय के सेक्रेटरी को, एनएमसीजी के डी जी को, सीपीसीबी के चेयरमैन को, प्रिंसिपल सेक्रेटरी पीएमओ को, उसकी कॉपी सीएम उत्तराखंड को, चीफ सेक्रेटरी को, डीएम साहब को, एसएसपी साहब को, एसडीएम साहब को और रात में ही डीजीपी को और आईजी को रात 10:41 में ही सूचना दी गई है
और मेल किया गया है। लेकिन अभी तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है, कोई भी जवाब अभी तक नहीं आया है। उन्होंने कहा कि एक पत्र धामी को भी दिया है और 24 घंटे का समय दिया हूं। वे अपना जवाब देंगे। अगर वे 24 घंटे में स्पष्टीकरण नहीं देते हैं तो मैं आगे की कार्रवाई करूंगा। हरिद्वार में पूरी तरह से रोक है, इसके बावजूद भी खनन उनके द्वारा धड़ल्ले से करवाया जा रहा है।
इसके लिए मातृ सदन अब कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी । हमने चीफ मिनिस्टर को भी डायरेक्ट प्रश्न किया है कि वे 24 घंटे में उत्तर दें। डीएम और एसएसपी पर तत्काल कार्रवाई हो । खनन अधिकारी पर भी तत्काल कार्रवाई की जाए। स्टोन क्रेशर को तत्काल हटाया जाए ।