हरिद्वार। शिव उपासना धर्मार्थ ट्रस्ट हरिद्वार एवं शिवोपासना संस्थान डरबन साउथ अफ्रीका के संस्थापक स्वामी रामभजन वन महाराज ने कहा कि सभी जीर्ण-शीर्ण पड़े मंदिरों का निर्माण किया जाना जरूरी है। भारत के लोगों की धार्मिक भावना जागृत हुई है। लोगों का धर्म के प्रति रूझान बढ़ा है। सनातन धर्म उत्थान की ओर अग्रसर है। एक नये भारत का उदय होने वाला है।
तपोनिधि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के अंतराष्ट्रीय संत स्वामी रामभजन वन जी महाराज के कर-कमलों से रविवार को प्राचीन सिद्ध बाबा स्थान, महेंद्र विहार कालोनी, राजा गार्डन जगजीतपुर, कनखल हरिद्वार का जीर्णोद्धार कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। बताया गया कि पंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव महंत रविन्द्र पुरी की ओर से अखाड़े के संत आलोक गिरी महाराज को सिद्धबाबा स्थान की गद्दी सौंपी गई है।
आलोक गिरी महाराज ने स्थानीय निवासियों के सहयोग से सिद्ध बाबा स्थान के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया है। आलोक गिरी महाराज के निर्देश पर स्वामी रामभजन वन महाराज ने स्थानीय भक्तों की मौजूदगी में जीर्णोद्धार कार्यक्रम का शुभारंभ किया। बताया गया कि सिद्ध बाबा स्थान के साथ, दुर्गामाता, राम दरबार और शिवालय का निर्माण किया जाएगा।
इस मौके पर सुनील सिंह , मुरारी पांडेय, राकेश चड्ढा, गायत्री देवी, संतोष शर्मा, भावना शर्मा, एसके सोनी, चंचल राय, घनश्याम प्रसाद, सतेंद्र सिंह, मुक्ति चड्ढा प्रभा गुप्ता, पुनीता, वंदना, बीना बजाज सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।