ऋषिकेश (एजेंसी)। भजन पर बाधा डालने से रोकने पर एक लड़की का मर्डर कर दिया। ऋषिकेश के मायाकुंड में हुए इस हत्याकांड के बाद लोगों में उबाल है। पुलिस ने ऐक्शन लेते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि 3 लोग अभी भी फरार चल रहे हैं। मृतका लड़की की शादी मार्च में तय थी ऋषिकेश के मायाकुंड की बंगाली बस्ती निवासी युवती रूपा की मौत से गुस्साए परिजनों ने हमलावरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार दोपहर कोतवाली का घेराव कर प्रदर्शन किया। परिजनों ने आरोपियों पर हत्या की धारा में कार्रवाई कर उन्हें फौरन गिरफ्तार करने की मांग उठाई।
मंगलवार दोपहर कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट के दूनमार्ग स्थित तिराहे पर होने की भनक लगते ही परिजन स्थानीय लोगों के साथ वहीं पहुंच गए। उन्होंने सड़क पर ही कोतवाल का घेराव करते हुए मांग दोहराई। करीब आधे घंटे तक परिजनों ने कोतवाल को घेरे रखा, इसके बाद उन्हें त्रिवेणी घाट चौकी पहुंचने के लिए कहा गया। इसी बीच रूपा का शव पुलिस मायाकुंड लेकर पहुंची, तो परिजन और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ जुट गई। काफी देर तक आरोपियों पर हत्या की धारा लगाने की मांग करते हुए लोगों ने हंगामा किया। कोतवाल ने बामुश्किल परिजनों को समझाया।
इसके बाद वह बेटी के अंतिम संस्कार के लिए राजी हुए। इसके बाद चंद्रेश्वरनगर स्थित श्मशान घाट पर युवती की अंत्येष्टि की गई। मार्च में थी शादी, परिजन जुटा रहे थे सामान: रूपा के परिजनों के अनुसार उसकी शादी तय हो चुकी थी। इसी साल मार्च में युवती का विवाह परिजनों को करना था। वह बेटी के हाथ पीले कर उसे विदा करने के लिए शादी का जरूरी सामान जुटा रहे थे, लेकिन 21 जनवरी को अचानक झगड़े में रूपा की जान चली गई। आसपास के लोगों ने बताया कि रूपा बेहद शांत स्वभाव की थी। उसका घर से बाहर भी आना-जाना कम था।
घटना में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार: मायाकुंड में रूपा की मौत के मामले में मंगलवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली पुलिस के अनुसार शिवशंकर साहनी, बैजनाथ, लड्डू साहनी और सुनैना देवी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि, आरोपी रूबी देवी, गंगा देवी और छोटू साहनी फिलहाल फरार चल रहे हैं। मृतका के परिजनों को कानूनी प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी गई। इसके बाद वह पुलिस की बात को समझ सके। फिलहाल रूपा का अंतिम संस्कार करा दिया गया है। फरार तीन आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीम संभावित ठिकानों पर दबिश देने में जुटी है। -उत्तम रमोला, एसएसआई, ऋषिकेश