हरिद्वार। अयोध्या में भगवान श्री राम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्सव देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस कड़ी में पूर्वांचल समाज की ओर से देवभूमि उत्तराखंड की पावन भूमि हरिद्वार में अष्टजाम पाठ का आयोजन किया जा रहा है। पूर्वांचल उत्थान संस्था के तत्वावधान में छठ पूजा समिति हरिपुर कलां की ओर से बालाजी कालोनी, निकट साईं गार्डन हरिपुर में अष्टजाम पाठ का आयोजन किया जा रहा है।
बिहार से आए कलाकारों के द्वारा 22 जनवरी से लेकर 24 जनवरी 2024 तक लगातार भगवान रामनाम का गुणगान किया जा रहा है। अष्टजाम के समापन पर श्रद्धालुओं के लिए विशाल भंडारे की व्यवस्था रखी गई है। इस मौके पर पूर्वांचल उत्थान संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पांडेय ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए कहा कि त्रेता युग में भगवान श्रीराम को 14 वर्षों का वनवास मिला था
लेकिन कलयुग में तो 500 वर्षों के इंतजार के बाद भगवान राम को अपने भवन में विराजमान होने का अवसर मिला है। इसलिए 22 जनवरी के उत्सव का महत्व और भी ज्यादा हो गया है। संस्था के महासचिव बीएन राय ने कहा कि लोग वर्षों से अपनी भावनाओं को दबाए हुए थे आज उन्हें अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का अवसर मिला और लोगों ने पूरे हर्षोल्लास के साथ सड़कों पर उतरकर भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का उत्सव मनाया।
वरिष्ठ समाजसेवी रंजीता झा ने कहा कि भारत राममय हो गया है राम नाम हर व्यक्ति की जबान से निकल रहा है। राम नाम की लहर में विरोधियों के होश उड़ गए हैं।कार्यक्रम संयोजक धर्मेंद्र साह ने कहा समस्त पूर्वांचल और बिहार में घर -घर भगवान राम की पूजा की जाती है। विशेष अवसरों पर अष्टजाम पाठ का आयोजन किया जाता है। जिसमें चौबीसों घंटे रामनाम का कीर्तन भजन चलता रहता है।
आज 500 वर्षों के लंबे इंतजार के उपरांत समस्त देशवासियों को एकसाथ पर्व मनाने का अवसर मिला है। इसीलिए छठ पूजा समिति हरिपुर की ओर अष्टजाम का आयोजन किया गया है। चंदन दूबे ने कहा कि अपनी परंपरा और संस्कृति को जीवित रखने के लिए हर व्यक्ति को सदैव प्रयासरत रहना चाहिए। नंदलाल साह ने कहा पर्व और संस्कृति हमारी पहचान है। शरमन कुमार ने कहा हमें भारतीय संस्कृति पर गर्व है।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को धार्मिक होने का अवसर प्रदान किया है। जंग बहादुर ने कहा पूरा देश प्रधानमंत्री मोदी और योगी को नमन कर रहा है। आखिरकार भगवान राम अपने घर में विराजमान हो ही गये। बबलू पांडेय ने कहा वर्ष भर आयोजन जारी रहना चाहिए। कार्यक्रम को सफल बनाने में दिनेश गिरी, घनश्याम कुशवाहा, पप्पू शाह, प्रभाकर पटेल, शिवकुमार गुप्ता, राकेश ठाकुर, रामकुमार, ऊषा , वंदना, सूरज कुमार, विकास गिरी , नीलेश्वर सिंह सहित अन्य सदस्य जी जान से जुटे हुए है।