ऋषिकेश: श्री आर. के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसीआईएल ने अपने टिहरी दौरे पर टिहरी पंप स्टोरेज परियोजना 1000 मेगावाट की व्यापक समीक्षा की। बैठक में श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी), श्री एल. पी. जोशी, परियोजना प्रमुख (टीसी) और टीएचडीसी के अन्य सभी वरिष्ठ अधिकारी तथा परियोजना के कंसोर्टियम (मैसर्स जीई और मैसर्स एचसीसी) के अधिकारी भी उपस्थित थे।
बैठक में विभिन्न परियोजना स्थलों पर चल रही सभी गतिविधियों और विभिन्न कार्य स्थलों पर कार्य प्रगति की गहराई से समीक्षा की गई। इस दौरे में अपस्ट्रीम सर्ज शाफ्ट, बीवीसी (बटरफ्लाई वाल्व चैंबर), डाउनस्ट्रीम सर्ज शाफ्ट, पावरहाउस और टीआरटी (टेलरेस टनल) आउटफॉल क्षेत्र जैसे महत्वपूर्ण कार्य स्थलों का निरीक्षण सम्मिलित था।
श्री विश्नोई ने कहा कि भारत सरकार ने विद्युत मंत्रालय के तत्वावधान में नवीकरणीय ऊर्जा के दोहन पर जोर दिया है और पंप स्टोरेज ऊर्जा के विकास के संबंध में विशेष प्रयास चल रहे हैं। इस संबंध में उन्होंने बताया कि यह बहुत गर्व की बात है और टीएचडीसी के दृष्टिकोण का प्रमाण है कि देश की सबसे बड़ी 1000 मेगावाट की टिहरी पीएसपी (4 x 250 मेगावाट) गति से कमीशनिंग चरण के करीब पहुंच रही है।
उन्होंने कहा कि यह परियोजना पूरी होने पर राष्ट्र की शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन की प्रतिबद्धता में महत्वपूर्ण योगदान देगी। टिहरी पीएसपी कमीशन के उपरांत 24*7 किफायती विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ ही 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन क्षमता के लक्ष्य को प्राप्त करते हुए देश की अर्थव्यवस्था के विकास के इंजन को गति देने के लिए आधारशिला साबित होगी।
श्री विश्नोई ने आगे यह भी कहा कि यह परियोजना किफायती ऊर्जा समाधान और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति टीएचडीसी के समर्पण को संरेखित करती है। श्री विश्नोई ने परियोजना गतिविधियों की समग्र प्रगति और हासिल किए गए लक्ष्यों की सराहना की और संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने टीएचडीसीआईएल पीएसपी टीम और कंसोर्टियम (मैसर्स जीई और मैसर्स एचसीसी) को देश के प्रथम वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट (1000 मेगावाट) को पूरा करने की दिशा में गति बनाए रखने का निर्देश दिया। श्री भूपेन्द्र गुप्ता, निदेशक (तकनीकी) ने परियोजना गतिविधियों को समय पर पूरा करने का आश्वासन दिया और परियोजना की प्रगति के साथ उत्कृष्टता और पर्यावरणीय जिम्मेदारी के प्रति टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता की पुष्टि की।