हरिद्वार (एजेंसी)। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि वीडियो को देखकर लग रहा है कि रैश ड्राइविंग (लापवाही से वाहन चलाना) के कारण ही चीला हादसा हुआ है। चालक संभवत: कंट्रोल नहीं कर पाया है। घटना के जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार मुआवजा देगी, लेकिन अधिकारियों की क्षति को पूरा नहीं किया जा सकता है। यह बातें उन्होंने वार्डन के अंतिम संस्कार के बाद मीडिया से बातचीत में कही।
चीला रेंज में इलेक्ट्रिक वाहन के ट्रायल के दौरान हुए हादसे में जान गंवाने वाली वार्डन आलोकी का खड़खड़ी श्मशान घाट पर गुरुवार को अंतिम संस्कार किया गया। अंत्येष्टि पर श्रद्धांजलि देने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। रिश्तेदारों, परिचितों, अधिकारियों और स्थानीय लोगों ने नम आंखों के साथ अंतिम विदाई दी। सोमवार को ट्रायल के लिए आए वाहन से हादसा होने के कारण शैलेश घिल्डियाल (रेंज अधिकारी), प्रमोद ध्यानी (रेंजर), सैफ अली खान पुत्र खलील उल रहमान, कुलराज सिंह की मौत हो गई थी, जबकि वन्य जीव प्रतिपालक आलोकी शक्ति नहर में लापता हो गई थीं। गुरुवार सुबह आलोकी का शव मिला था। दोपहर में अंतिम संस्कार हरिद्वार में किया। इस दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी धीरज सिंह गर्ब्याल, पूर्व दर्जाधारी संजय पालीवाल, एसडीएम अजयवीर सिंह, सीओ सिटी जूही मनराल के अलावा डायरेक्टर राजाजी टाइगर रिजर्व पार्क साकेत बडोला, डीएफओ नीरज शर्मा, पूर्व डीएफओ किशन चंद आदि ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।