देहरादून। भारती फाउंडेशन द्वारा आयोजित चेंजमेकर अवॉर्ड्स में ऐसी कॉरपोरेट कंपनियां और व्यक्ति एकसाथ दिखाई दिए जिन्होंने वर्तमान और भविष्य की पीढ़ियों के लिए बेहतर दुनिया की रचना करने की पहल की हैं और/या ऐसी परियोजनाओं पर काम कर रहे हैं। इस अवसर पर भारती फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष (भारती एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष) राकेश भारती मित्तल, भारती फाउंडेशन की सीईओ ममता सैकिया, भारती फाउंडेशन के गवर्निंग बोर्ड के सदस्य – लेफ्टिनेंट कर्नल विजय चड्डा, भारती एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष अखिल गुप्ता, भारती ग्रुप की कंपनियों और पार्टनर कंपनियों के लीडर्स के साथ-साथ फाउंडेशन के समर्थक और वॉलंटियर्स उपस्थित थे।
इस वर्ष पुरस्कारों की 6 श्रेणियों के तहत 85 नामांकन प्राप्त हुए थे जिनमें जिनमें भारती समूह की कंपनियों के लिए एम्प्लॉइई एन्गेजमेंट; राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक पहलें; तथा राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय व्यक्तिगत लोकोपकार शामिल हैं। इन नामांकनों में विभिन्न क्षेत्रों जैसे शिक्षा, पर्यावरण, स्वास्थ्य सेवाओं से लेकर आजीविका, खेल आदि के क्षेत्र में कार्यनीतिक, अभिनव और दीर्घकालिक पद्धतियों द्वारा समाज पर डालले गए आशावादी प्रभाव का दावा किया गया था। इस वर्ष के विजेताओं में शामिल हैं:
इंडिविजुअल फिलानथ्रॉपी नैशनल
· स्टरलाइट टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के पोपट चंदू रसल ने अकेले 2022-23 में महाराष्ट्र के औरंगाबाद में 20,000 से अधिक स्वदेशी पेड़ लगाए।
· एचपी इंक के सत्यनारायण के. कर्नाटक राज्य के बेंगलुरू शहर में बच्चों की भूख कम करने और सरकारी स्कूलों में बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध कराने के लिए स्वयंसेवा कर रहे हैं।
· एचपी इंक की एक अन्य विजेता, अरुंधति भट्टाचार्य ने आईएएचवी (इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर ह्यूमन वैल्यूज़) के लिए स्वेच्छा से काम किया, और मानसिक कल्याण और परामर्श सत्रों के माध्यम से 200+ महिलाओं पर सकारात्मक प्रभाव डाला।
· एयरटेल पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के सुदर्शन बेंगानी को सामुदायिक सेवाओं जैसे रक्तदान, पक्षी अस्पतालों की सहायता, भोजन दान और झुग्गी-झोपड़ियों के बच्चों की सहायता करने में उनके नियमित योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
· भारती एयरटेल लिमिटेड की पूर्णिमा कपूर ने सीमित पहुंच रखने वाले गरीब छात्रों को उत्कृष्ट शिक्षा, कैरियर के अवसरों और मार्गदर्शन की सहायता करने के लिए स्पेशल जूरी पुरस्कार जीता।
सोशल इनिशिएटिव नैशनल
· सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉरपोरेशन ने अपने प्रोजेक्ट मेडिकल पीओडीएस के लिए उन क्षेत्रों के लिए संकल्पना की है जहां स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे की कमी है।
· सिग्निफाई इनोवेशन इंडिया लिमिटेड की परियोजना, ‘खेल ज्योति’, बच्चों के लिए सुरक्षित और अच्छी रोशनी वाली जगह उपलब्ध कराकर ग्रामीण क्षेत्रों में खेलों को प्रोत्साहित करती है।
· अवाया इंडिया प्रा. लिमिटेड को उनकी पहल ‘रोड टू करियर’ के लिए के लिए, कौशल निर्माण के अवसर प्रदान करने और वंचित युवाओं और किशोरों की रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए है।
· इंडस टावर्स की ‘अभिनव परियोजना, उनके प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम ‘सक्षम’ के तहत ‘डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन’ ने भारत के ग्रामीण और शहरी हिस्सों में वंचित समूहों के लिए डिजिटल साक्षरता को पहुंचाया।
· ईसीआई टेलीकॉम इंडिया प्रा. लिमिटेड की पहल ‘राइट टू एजुकेशन फॉर एव्री चाइल्ड ‘ एक ग्रासरूट एनजीओ के स्कूल की क्षमता निर्माण का समर्थन करती है, जिससे 2,000 से अधिक वंचित छात्रों को लाभ मिलता है।
· एरिक्सन इंडिया प्रा. लिमिटेड ने अपनी पहल, ‘एरिक्सन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस’ के लिए स्पेशल जूरी पुरस्कार जीता, जो युवाओं को 5जी और उभरती प्रौद्योगिकियों पर प्रशिक्षण के माध्यम से दूरसंचार उद्योग में कौशल की कमी को दूर करती है, उन्हें गतिशील कॉर्पोरेट दुनिया के लिए जरूरी कौशलों से लैस करती है।
कर्मचारी सहभागिता पुरस्कार (देश के ग्रामीण हिस्सों के वंचित बच्चों की शिक्षा में सहायता के लिए स्वयंसेवा करने और पे-रोल दान करने की दिशा में भारती समूह की कंपनियों के प्रयासों को सम्मानित करना):
· भारती रियल्टी लिमिटेड ने लगातार 3 वर्षों से अधिक समय से पे-रोल दान के द्वारा 100% कर्मचारियों को शामिल करके इस नेक कार्य में लगी हुई है।
· डेल मोंटे फूड्स प्रा. लिमिटेड लगातार भारती फाउंडेशन के साथ जुड़ा रही है और अपने 80% से अधिक कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया है।
· बीटल टेलीटेक लिमिटेड के 60% कर्मचारियों ने पेरोल दान करने के कार्यक्रम में भाग लिया।
इंडिविजुअल फिलानथ्रॉपी इंटरनैशनल: हारिफ़िडी राकोतोबे (एयरटेल मेडागास्कर एस.ए.), माइकल ओपवोनियो (एयरटेल युगांडा लिमिटेड (और ऐन नजेरी (एयरटेल नेटवर्क्स केन्या लिमिटेड) |
इसके अलावा, एयरटेल नाइजीरिया, एयरटेल नेटवर्क्स केन्या लिमिटेड, एयरटेल तंजानिया लिमिटेड,एयरटेल नेटवर्क्स ज़ाम्बिया पीएलसी और भारत में विभिन्न एयरटेल सर्कल के कर्मचारियों को दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों के प्रति उनके अनुकरणीय योगदान के लिए पुरस्कार मिला है।
भारती फाउंडेशन की सीईओ ममता सैकिया ने चेंजमेकर पुरस्कारों के महत्व पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा, “भारती फाउंडेशन में हम लोग कायाकल्प करने वाली ऐसी पद्धतियों की शक्ति पर विश्वास करते हैं जो कि दीर्घकालिक हों। चेंजमेकर पुरस्कार अनुकरणीय कार्यों द्वारा समाज पर आशावादी प्रभाव डालने में व्यक्तियों और कॉरपोरेट कंपनियों के सामूहिक प्रयासों का प्रमाण हैं। कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के प्रति उनकी प्रतिबद्धता विभिन्न उद्योगों में दूसरों के लिए प्रेरणा के रूप में काम करती है।”
2008 में चेंजमेकर पुरस्कार शुरू किए गए थे। ये दीर्घकालिक विकास लक्ष्यों की दिशा में कॉरपोरेट कपंनियों के साथ-साथ राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर व्यक्तियों के सराहनीय प्रयासों को सम्मानित करते हैं। यह पुरस्कार लोगों को सामुदायिक परिवर्तन, पर्यावरणीय पहल और स्वयंसेवी कार्यक्रमों में उनके ऐसे कामों को दिखाने के लिए एक आम मंच उपलब्ध कराता है, जिनसे समाज में सार्थक बदलाव आया है।