देहरादून (एजेंसी)। कैबिनेट मंत्री की न्यायालय को लेकर की गई कथित टिप्पणी के मामले में कांग्रेस ने सीधे चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट को शिकायत की है। न्यायालय से पूरे प्रकरण का स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है। कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसोनी ने बुधवार को कांग्रेस भवन में मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट, चीफ जस्टिस हाईकोर्ट नैनीताल, रजिस्ट्रार जनरल सुप्रीम कोर्ट, रजिस्ट्रार जनरल हाईकोर्ट से पूरे प्रकरण का स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है। बताया कि भीमताल विधायक राम सिंह कैड़ा ने सरकार के एक मंत्री को फोन किया।
फोन पर मंत्री को उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में जंगली जानवरों के कारण लोगों को हो रहे नुकसान की जानकारी दी। दोनों के बीच की बातचीत में मंत्री स्पीकर फोन पर थे। मंत्री की बात को वहां विधायक राम सिंह कैड़ा के आसपास बैठे सभी लोग सुन रहे थे। इस दौरान मंत्री ने जंगली जानवरों को नहीं मारने को लेकर हाईकोर्ट के एक फैसले का हवाला दिया। इसमें हाईकोर्ट के लिए बेहद अपमानजनक और अभद्र टिप्पणी की गई।
ऐसे में कोर्ट पूरे प्रकरण का स्वतः संज्ञान लें। डीजीपी को भी उस उपकरण को संरक्षित करने और जब्त करने का निर्देश दिया जाए जिससे वीडियो रिकॉर्ड किया गया। अवमानना की कार्यवाही शुरू की जाए। कह कि यदि इस तरह के मामलों को शुरू में ही नहीं रोका गया, तो मंत्री का ये दुस्साहस दूसरे लोगों के लिए एक उदाहरण बन जाएगा। न्यायपालिका की पवित्रता और सम्मान को बनाए रखने को इस घटना पर कार्रवाई हो। ताकि कोर्ट की ऐसी अवमानना को तत्काल दबा दिया जाए।