डिजिटल डेस्क : संसार की ग्रह अधीन व्यवस्था प्रतिवर्ष नवीन रूपों को प्राप्त करती है जैसी पद व्यवस्था प्राप्त होती है वैसी ही सांसारिक व्यवस्था निर्मित हो जाती है। आइए जानते हैं 2024 में भारतवर्ष पर ग्रह नक्षत्रों का प्रभाव कैसा रहेगा।
2024 का आगमन सोमवार को मघा नक्षत्र में हो रहा है। नववर्ष पर सूर्योदय के समय चंद्रमा सिंह राशि में, गुरु मेष राशि में मार्गी, बुध ग्रह वक्री तथा शनि कुंभ राशि में चलित रहेंगे। हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष राजा मंगल एवं मंत्री शनि महराज होंगे।
2024 में भारत में आपको अनेक उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे। भारत की राजनीति में विशेष कानून व्यवस्था लागू होने के योग बन रहे है। विश्व के अनेक देश भारतवर्ष के साथ व्यापारिक संबंध बनाने को उत्सुक रहेंगे। पश्चिमी देशों में राजनीतिक संकट गहराएगा। भयानक विस्फोटक वातावरण से आंतरिक अशांति बनेगी।
विश्व के प्रमुख देशों के मध्य युद्ध का भय बना रहेगा। विश्व के विभिन्न राष्ट्राध्यक्षों में परस्पर बैर भाव के कारण निरंतर युद्ध जैसी स्थितियां बन सकती हैं। अनेक देशों में प्राकृतिक प्रकोप से जन धन हानि होने की संभावना।
व्यापार के दृष्टिकोण से 2024 भारतवर्ष के लिए अत्यंत शुभ फल कारक रहेगा। भारत विश्व भर में व्यापार के माध्यम से नए आयाम स्थापित करेगा। विदेशनीति के कारण भारत विश्व विख्यात होगा। व्यापारिक दृष्टिकोण से पर्यटन के क्षेत्र में विशेष सफलता प्राप्त होगी। आम जन मानस के लिए रोजगार के सुअवसर प्राप्त होंगे तथा आय में बढ़ोतरी होगी। सभी व्यापारी वर्ग को वर्ष भर आय में उतार चढाव देखने को मिलेंगे।
मौसम के दृष्टिकोण से यह वर्ष मध्यम फल कारक रहेगा। विश्व के अनेक स्थानों पर अग्निकांड एवं बम विस्फोट, आग्नेय अस्त्रों का प्रयोग प्रचुरता से होता दिखाई देगा। आंधी–तूफान, खंडवृष्टि और भूकंप आदि प्रकोपों से आम जनमानस का जीवन अस्त-व्यस्त रहेगा। वर्षा की कमी के कारण सूखे की स्थिति उत्पन्न होगी।
अन्नोत्पाद्न भी मध्यम रहेगा। विघ्न बाधा, विपत्ति दंगा फसाद, फसल को हानि पहुंचाने वाले उपद्रव– अतिवृष्टि, अनावृष्टि, जीव-जंतुओं, पक्षियों आदि से फसल को हानि एवं राष्ट्र में तनाव की संभावना रहेगी। उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश आदि पर्वतीय राज्यों में अधिक वर्षा के कारण भूस्खलन, भूकंप आदि समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से 2024 भारत वर्ष हेतु अनुकूल रहेगा-
देश की सीमाओं पर अनेक प्रकार के उपद्रव आतंकवाद का भय बना रहेगा। भारत के शत्रु देशों द्वारा बनाई गई योजनाएं विफल होंगी। भारत की कूटनीति सफल रहेगी।महंगाई नियंत्रित करने में शासन विफल रहेगा। भारतीय राजनीति राष्ट्रवाद व धर्मनिरपेक्षवाद की दो धाराओं में स्पष्ट रूप से दिखाई देगी। राष्ट्रवाद के नाम पर राजनीतिक पार्टियां सत्तासीन होंगी। रक्षा के क्षेत्र में भारत आत्मनिर्भर बनेगा।
स्वास्थ्य के परिपेक्ष से वर्ष 2024 सामान्य फल कारक रहेगा-
अनेक गंभीर बीमारियों का भय बना रहेगा। बाल्यावस्था के जातकों को गंभीर बीमारी का भय वर्ष के उत्तरार्द्ध में बना रहेगा जैसे– शीत–ठंड, ज्वरादि गंभीर रोग व किसी स्पर्शजनित रोग (संक्रामक) का प्रकोप हो सकता है। कोरोना महामारी का प्रभाव शिशुओं एवं किशोरावस्था के जातकों में अधिक देखने को मिलेगा अतः सावधानी बरतें। सामाजिक नियमों का पालन करें।
ज्योतिषाचार्य डॉ मंजू जोशी
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