ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल खत्म होने बाद भी लोगों की मुश्किलें रही बरकरार

देहरादून (एजेंसी)। हिट एंड रन नए कानून को लेकर ट्रांसपोर्टरों ने अपनी हड़ताल बेशक वापिस ले ली, लेकिन लोगों की मुश्किलें बरकरार रहीं। पेट्रोल-डीजल की किल्लत से लेकर घरेलू रसोई गैस सिलेंडर नहीं बांटे जा सके। ट्रकों की हड़ताल की वजह से सब्जियों के दामों में भी उछाल दर्ज किया गया। बुधवार शाम तक कुछ पेट्रोल पंपों में पेट्रोल मिलना शुरू हुआ तो लोगों की भारी भीड़ पंपों में दिखाई दिखी। उत्तराखंड में देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार, काशीपुर, रुड़की सहित अन्य शहरों में पेट्रोल सूखे रहे।

हल्द्वानी में इंडियान पेट्रोलियम के टैंकर तो पंपों में पहुंच गए, लेकिन भारत पेट्रोलियम के पंपों में शाम तक तेल की गाड़ियां पहुंच नहीं पाई थी। इसके अलावा गैस की गाड़ियां पहाड़ों को चढ़ गई, लेकिन शहर में नहीं बांटी गईं। शहर में रूट प्लान के चलते इंडेन गैस के ट्रक गौलापार में खड़े रहे। उधर, सब्जियों की सप्लाई से शहर में सब्जियों के दाम बढ़ गए। आलू-फल आढ़ती व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष कैलाश जोशी ने बताया कि जो गोभी मंगलवार तक 20 से 22 रुपये प्रति किलो बिकने वाली प्याज बुधवार को 25 से 30 रुपये किलो तक बिकी।

20 से 25 रुपये बिकने वाला पांच किलो का फूल गोभी का कट्टा 30 से 40 रुपये में बिका। इसी तरह 10 से 15 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर 15 से 20 रुपये किलो तक बिका। इसी तरह आलू के एक धड़ी यानि पांच किलो के दाम में भी 10 से 15 रुपये की बढ़ोतरी देखने को मिली। बुधवार को हड़ताल खत्म होने के बाद मंडी से पहाड़ों को काफी मात्रा में सब्जियों की सप्लाई हुई। इससे शहर की सप्लाई लडखड़ा गई थी। सब्जी की डिमांड काफी रही, जिसके चलते हल्की महंगाई देखने को मिली, गुरुवार तक स्थिति सामान्य हो जाएगी।

गौलापार में खड़े हुए गैस के ट्रक: हल्द्वानी इंडेन गैस के मैनेजर भरत खाती ने बताया बुधवार को इंडेन गैस के ट्रक तो आ गए थे। लेकिन शहर में रूट प्लान के चलते ट्रक शीशमहल गोदाम तक नहीं आ पाए। इसलिए बुधवार तो जितना स्टॉक पड़ा था, उनकी ही बिक्री हो पाई। सुबह-सुबह जितने वाहन निकल पाए, उन्हें जाने दिया गया था, उसके बाद शहर में अन्य गाड़ियां भी नहीं जा सकी।

शाम तक नहीं पहुंचे थे तेल के टैंकर : पर्वतीय पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चड्ढा कि इंडेन पेट्रोलिय का डिपो हल्दूचौड़ के पास है, इसके अलाव एचपी का बेलबाबा के पास है। इसलिए इनकी सप्लाई दोपहर तक पहुंच गई थी। भारत पेट्रोलियम का तेल आंवला बरेली से आता है, इसलिए शाम तक पंपों में टैंकर नहीं पहुंचे थे। तीस में से चार-पांच पंपों में तेल खत्म हो गया था, गुरुवार तक स्थिति सामान्य होने की स्थिति है।

मंडी में बाहरी राज्यों से सब्जी की गाड़ियां पहुंच गई थी। पहाड़ों को भी सप्लाई शुरू हो गई थी। गुरुवार से स्थिति सामान्य हो जाएगी। -डीएस देव, सचिव मंडी गोदामों पहुंचे गैस के वाहन, आज से होम डिलीवरी: परिवहन कारोबारियों के हड़ताल खत्म करने के बाद एलपीजी गैस सिलेंडर के ट्रक गोदामों में पहुंचना शुरू हो गए है। हरिद्वार के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की गैस एजेंसियों के गोदामों पर एलपीजी गैस के सिलेंडर लोगों को उपलब्ध कराए गए। वहीं, बुधवार को भी एजेंसियों से गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी शुरू नहीं हो सकी। गुरुवार से एजेंसियां गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी शुरू कर देंगी।

सिलेंडर की नहीं पहुंची गाड़ियां, लोगों ने झेली परेशानी : देशव्यापी हड़ताल का असर गैस उपभोक्ताओं को भी उठाना पड़ रहा है। रुड़की शहर के लगभग सभी गैस एजेंसियों के यहां गैस खत्म हो चुका है। एजेंसी संचालक बुधवार पुरे दिन इंतजार में रहे कि गाड़ियां समय से पहुंच जाएंगी तो सिलेंडरों का वितरण शुरू किया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बुधवार देर शाम तक गैस गोदामों तक गाड़ियां नहीं पहुंची थी।

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