देहरादून (प्रदीप भंडारी)। राजधानी की सबसे बड़ी घटना रिलायंस जेवेलरी शोरूम लूट में दून पुलिस व बिहार पुलिस द्वारा वैशाली से गिरफ़्तार घटना के मुख्य अभियुक्त प्रिंस कुमार को आज देहरादून ले आयी है, जिससे पुलिस द्वारा घटना के बारे में और जानकारी हाथ लगी है।
अभियुक्त प्रिंस द्वारा घटना करने से पूर्व लूट के और अभियुक्तो के साथ सेलाकुई में 28 दिनों के लिए किराए पर कमरा लिया गया था व इस दौरान जेल में बैठे गैंग के मुख्य संचालक सुबोध व शशांक द्वारा सभी अभियुक्तो को घटना को अंजाम देने की सभी जानकारी व्हाट्सएप्प व अन्य माध्यम से दी जा रही थी। गिरफ्तार अभियुक्त द्वारा जून माह में महाराष्ट्र के सांगली में रिलायंस जेवेलरी शोरूम में 20 करोड़ की लूट सहित वर्ष 2019 में हाजीपुर कोर्ट में एक व्यक्ति की हत्या के प्रयास किये था व 2020 में भी एक हत्या में सह अभियुक्त है।
पुलिस कप्तान अजय सिंह द्वारा पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि अभियुक्त प्रिंस बिहार जेल में बंद गैंग के सरगना सुबोध व शशांक के कहने पर 31 अक्टूबर को अभिषेक, विक्रम, राहुल, अविनाश के साथ बिहार से सहारनपुर आया था। जहां अभियुक्त प्रिंस पूर्व में गिरफ्तार अभिषेक के साथ सहारनपुर में ही उतर गया। बाकी अभियुक्त सहारनपुर से अम्बाला चले गए।
जिसके बाद अभियुक्त प्रिंस कुमार, अभिषेक के साथ अनिल गेस्ट हाउस में ठहरा व अपने गैंग के और सदस्यों द्वारा मोटर साईकल व कार का इंतजाम करने पर साथियों संग मोटरसाइकिल व कार से घटना वाले दिन देहरादून पहुंचे। उन सभी के द्वारा योजनाबद्ध तरीके से लूट को अंजाम दिया और उनके द्वारा लूट का बैग बाइक सवार राहुल व अविनाश को पकड़ाकर देहरादून से बाहर निकलने को पूर्व में रेकी कर निर्धारित मार्गो से घटनास्थल से निकल सहसपुर क्षेत्र में पहुँचे। हालांकि इस दौरान पुलिस की सघन चेकिंग के चलते अभियुक्तो द्वारा अपनी बाइक व कार शिमला बाईपास के जंगलों में छोड़ दी गयी। जिसके बाद वह ई-रिक्शा से पोंटा साहिब पहुँचे।
पोंटा साहिब से अभियुक्त राहुल, अविनाश गहने लेकर चले गए व प्रिंस, विक्रम व अभिषेक भी अलग अलग रास्तो से बिहार चले गए। पुलिस कप्तान ने बताया कि लूट करने आये पांचों अभियुक्तो द्वारा सेलाकुई में किराए का कमरा लेकर 28 दिन रिलायंस जेवेलरी शोरूम व रजधानी के रास्तों की रेकी की थी व अभियुक्तो को घटना को अंजाम देने को बिहार जेल में बन्द गैंग सरगना शशांक व सुबोध द्वारा व्हाट्सप्प व अन्य माध्यमो से जानकारी दी जा रही थी।
पुलिस कप्तान ने बताया कि प्रिंस द्वारा जून माह में महाराष्ट्र के सांगली में छोटू उर्फ प्रताप राणा व अन्य अभियुक्तो के साथ मिलकर रिलायंस में डकैती की थी, जिसमे अभियुक्तो द्वारा इस्तेमाल दो बाइकों को अभियुक्त प्रिंस द्वारा कर्नाटक से फर्जी आधार कार्ड पर लिया था।
इसके साथ ही अभियुक्त द्वारा सुबोध के कहने पर ही वर्ष 2019 में मनीष सिंह उर्फ तौलिया को हाजीपुर कोर्ट में गोली मारकर हत्या करने का प्रयास किया गया था,जिसमे एक हवलदार घायल हुए था। वर्ष 2020 में अभियुक्त प्रिंस द्वारा लव सिंह मुखिया की हत्या में शामिल था। अभियुक्त प्रिंस हत्या के अपराध में जेल में रहने के दौरान सुबोध व शशांक के संपर्क में आया था, जिसके बाद से ही वह उनके मुख्य सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था।