देहरादून। प्रबंधन की शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान आईआईएम काशीपुर ने हाल ही टेडएक्स इवेंट का आयोजन किया। ‘ड्वेल एंड कॉन्क्वेर’ थीम पर आधारित इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने अपने महत्वपूर्ण और इनोवेटिव विचारों से प्रतिभागियों को लाभान्वित किया।
इस कार्यक्रम में डिजिटल ट्रांसफ़ॉर्मेशन लीडर और टैक्नोलॉजी और इनोवेशन के विशेषज्ञ वर्तुल मित्तल भी शामिल हुए, जिन्होंने मानव क्षमता के साथ टैक्नोलॉजी के संबंधों को सहजता से जोड़ा। एचआर से लेखिका और प्रगतिशील कहानीकार बनीं ज्योति झा ने कॉर्पोरेट गलियारों से साहित्यिक दुनिया तक की अपनी आकर्षक यात्रा को बयान करते हुए दर्शकों का दिल जीत लिया।
आईआईएम कलकत्ता के पूर्व छात्र और ईएक्सएल एनालिटिक्स के वाइस प्रेसिडेंट गौरव केजरीवाल ने मार्केटिंग, रिस्क और प्रोडक्ट एनालिटिक्स में डेटा की परिवर्तनकारी शक्ति को प्रभावशाली अंदाज में प्रस्तुत किया। साहित्यिक आलोचक से लेखक बने नितीश राज ने साहित्य, उद्यमिता और कहानी कहने की खोज की और अपने अनूठे दृष्टिकोण से दर्शकों को बांधे रखा। एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर और टेक्नोलॉजी, डिजाइन थिंकिंग के विशेषज्ञ कनिष्क अग्रवाल ने वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए प्रेरक समाधान पेश किए।
अंग्रेजी लेखक और वकील वधान, जो अपने रोमांचक साहित्यिक लैंस के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने कहानी कहने के अपने अंदाज के माध्यम से रहस्यों को उजागर किया। इस कार्यक्रम में ब्रॉडवे इन्फोटेक के दूरदर्शी नेता अश्वनी धवन भी शामिल हुए, जिन्होंने सीआईओ की भूमिका को फिर से परिभाषित करते हुए इनोवेशन के जरिये बदलाव लाने की प्रक्रिया पर विस्तार से चर्चा की।
माइल एक्टिव की संस्थापक हर्षिता राव मोटापर्थी ने समुदाय आधारित एक्टिव वियर ब्रांड बनाने और ग्राहकों का विश्वास अर्जित करने की अपनी यात्रा से दर्शकों को प्रेरित किया। एला डी’ वर्मा ने एक सोशल मीडिया इनफ्लुएंसर और मॉडल बनने की दिशा में अपने बदलाव को बयान किया।
भारतीय सेना के कोर ऑफ आर्मी एविएशन से जुड़ीं मेजर प्राजक्ता देसाई ने यूएवी ऑब्जर्वर पायलट के रूप में अर्हता प्राप्त करने वाली पहली महिला अधिकारी के रूप में अपनी प्रेरक यात्रा दर्शकों के समक्ष साझा की। विविध वक्ताओं ने सामूहिक रूप से विचारों की एक समृद्ध श्रंखला पेश की, जो इवेंट की थीम ‘ड्वेल एंड कॉन्क्वेर’ को बयान करती है।
इस महत्वपूर्ण इवेंट के सफलतापूर्वक समापन के बाद आईआईएम काशीपुर ने उन सभी प्रतिभागियों, उपस्थित लोगों और भागीदारों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है, जिन्होंने इस आयोजन को एक शानदार इवेंट बनाने में योगदान दिया।
‘ड्वेल एंड कॉन्क्वेर’ की भावना में रची-बसी विशेषज्ञों की इन सम्मोहक कहानियों ने न सिर्फ लोगों के बीच बातचीत को बढ़ावा दिया, बल्कि चुनौतियों पर विजय पाने की अपनी अनूठी यात्रा शुरू करने के लिए भी सशक्त बनाने का प्रयास भी किया। ज्यादातर प्रतिभागियों की यही प्रतिक्रिया थी कि जैसे-जैसे हम आगे बढ़ते हैं, ये साझा विजन प्रेरणा के प्रतीक के रूप में काम कर सकता है और निरंतर सीखने, विकास और सकारात्मक बदलाव के लिए प्रतिबद्धता को बढ़ावा दे सकता है।